गुजरात के बनासकांठा ज़िले के पालनपुर में हुआ हादसा. राज्य सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभाग द्वारा इस रेल ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है. 89 करोड़ रुपये में पुल बनाने का ठेका 2021 में एक निजी कंपनी जीपी चौधरी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया था.
नई दिल्ली: गुजरात के बनासकांठा जिले के पालनपुर में सोमवार (23 अक्टूबर) दोपहर राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर एक निर्माणाधीन रेल ओवरब्रिज के गार्डर गिरने से दो लोगों की दबकर मौत हो गई.
पालनपुर पुलिस के अनुसार, यह घटना आरटीओ सर्कल के पास दोपहर 3 बजे के आसपास हुई, जहां निर्माणाधीन पुल ढह गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पालनपुर-पूर्व के पुलिस इंस्पेक्टर एसके परमार ने कहा, ‘घटना दोपहर 3 बजे के आसपास हुई. जब गार्डर गिरे तो निर्माणाधीन रेल ओवरब्रिज के नीचे एक रिक्शा खड़ा था. गार्डर गिरने से रिक्शा में बैठे एक व्यक्ति सहित दो लोगों की मौत हो गई. हमने उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए पालनपुर सिविल अस्पताल भेज दिया है.’
दोनों मृतकों की पहचान अजय श्रीमाली (30 वर्ष) और मयूर परमार (20 वर्ष) के रूप में हुई है.
घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, जो सड़क और भवन (आर एंड बी) विभाग भी संभालते हैं, ने दुर्घटना के पीछे का कारणों को जानने के लिए वरिष्ठ इंजीनियरों की एक टीम को पालनपुर भेजा है.
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दुर्घटना के पीछे के कारणों को जानने के लिए तीन वरिष्ठ इंजीनियरों – आर एंड बी के गुणवत्ता नियंत्रण के अधीक्षण अभियंता, डिजाइन सर्कल के अधीक्षण अभियंता और गुजरात इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट के अधीक्षण अभियंता को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया है.
आर एंड बी विभाग के सचिव अशोक पटेल के अनुसार, राज्य सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभाग द्वारा इस रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है.
बनासकांठा कलेक्टर वरुण कुमार बरनवाल ने कहा, ‘यह अंबाजी को पालनपुर से जोड़ने वाला एक रेल ओवरब्रिज है. हालांकि पुल का निर्माण कुछ समय से चल रहा है, जो गार्डर गिरे हैं उन्हें एक सप्ताह पहले ही पुल के खंभों पर चढ़ाया गया था, लेकिन अब तक उन्हें ढांचे से नहीं बांधा गया था.’
सूत्रों ने बताया कि 89 करोड़ रुपये का पुल बनाने का ठेका 2021 में एक निजी कंपनी जीपी चौधरी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया था.
अशोक पटेल ने कहा, ‘निर्माणाधीन पुल के कुल छह गार्डर ढह गए, कुछ खराबी हो सकती है, लेकिन दुर्घटना के पीछे का सटीक कारण हमारे वरिष्ठ इंजीनियरों की एक टीम के मौके पर जाने और अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद पता चलेगा.’
बरनवाल ने कहा, ‘विशेषज्ञों ने मुझे बताया कि यह हादसा गार्डर रखने में यांत्रिक विफलता के कारण हुआ है. फिर भी गांधीनगर से आर एंड बी की एक गुणवत्ता नियंत्रण टीम आ रही है. एक बार जब वे पड़ताल करेंगे तो हमें इसके बारे में और अधिक जानकारी मिलेगी कि वास्तव में क्या हुआ था.’