उत्तर प्रदेश: बांदा जिले में कथित तौर पर बलात्कार के बाद दलित महिला की हत्या

उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के गिरवां थाना क्षेत्र का मामला. आटा चक्की में काम करने गई 40 वर्षीय एक दलित महिला की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई और शव को टुकड़ों में काट दिया गया. पुलिस ने बताया कि चक्की मालिक, उनके भाई बउवा शुक्ला और एक अन्य के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pixabay)

उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के गिरवां थाना क्षेत्र का मामला. आटा चक्की में काम करने गई 40 वर्षीय एक दलित महिला की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई और शव को टुकड़ों में काट दिया गया. पुलिस ने बताया कि चक्की मालिक, उनके भाई बउवा शुक्ला और एक अन्य के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक गांव में 40 वर्षीय दलित महिला की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई और उसके शव को कई टुकड़ों में काट दिया गया.

द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, बांदा जिले के गिरवां थाना प्रभारी संदीप तिवारी ने गुरुवार (2 नवंबर) को बताया कि मंगलवार (31 अक्टूबर) को महिला राजकुमार शुक्ला के घर उनकी आटा-चक्की साफ करने गई थीं. जब उनकी 20 वर्षीय बेटी वहां पहुंची, तो उसने एक कमरे से अपनी मां की चीखें सुनीं, जो अंदर से बंद था.

उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद जब कमरे का दरवाजा खुला तो बच्ची ने मां का शव तीन टुकड़ों में पड़ा देखा और पुलिस को सूचना दी.

एसएचओ ने बताया कि इसके बाद राजकुमार शुक्ला, उनके भाई बउवा शुक्ला और रामकृष्ण शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि आरोपी फरार हैं और मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले यह माना गया कि आटा चक्की के बेल्ट में फंसने से उसकी मौत हुई है. हालांकि, उनकी बेटी ने दावा किया कि जब वह दोपहर 2:30 बजे चक्की पर गई तो यह बंद थी. काफी कोशिशों के बावजूद वह अपनी मां की चीख सुनकर दरवाजा नहीं खोल पाई.

बेटी ने पुलिस को बताया कि चक्की मालिक राजकुमार शुक्ला के भाई बउवा ने शराब के नशे में 30 मिनट बाद दरवाजा खोला. अंदर जाने पर उसने पाया कि राजकुमार शुक्ला और उनके भाई रामकृष्ण शुक्ला भी वहां मौजूद थे. उसकी मां का शरीर तीन टुकड़ों में कुछ ही दूरी पर पड़ा था.

गिरवा थाने के प्रभारी संदीप तिवारी ने कहा है कि पुलिस ने एफआईआर में नामित तीनों लोगों के खिलाफ हत्या और बलात्कार का मामला दर्ज किया है.

उन्होंने कहा, ‘पोस्टमॉर्टम दो डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा किया गया है और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.’

इस बीच, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है.

सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘बांदा में एक दलित के साथ बलात्कार और जघन्य हत्या की खबर दिल दहला देने वाली है. उत्तर प्रदेश की महिलाएं डरी हुई हैं और गुस्से में भी हैं.’

उन्होंने आईआईटी-बीएचयू की एक छात्रा के कपड़े उतारने और अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करने की कथित घटना का भी जिक्र किया.

उन्होंने कहा, ‘आईआईटी-बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभद्रता के बाद उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाने की घटना उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था के चेहरे पर तमाचा है और भाजपा के जीरो टॉलरेंस के बड़े झूठ को उजागर करती है.’

अखिलेश ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की महिलाओं का भाजपा सरकार से भरोसा पूरी तरह उठ चुका है. अब इस सरकार से कोई भी उम्मीद बेमानी है.’