यूपी: नाबालिग लड़की की आत्महत्या मामले में मुख्य संदिग्ध की पारिवारिक दुकान को ध्वस्त किया गया

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी 19 वर्षीय जाहिद अख़्तर को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी 19 वर्षीय जाहिद अख़्तर को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में 19 वर्षीय मुख्य संदिग्ध जाहिद अख्तर की गिरफ्तारी के एक दिन बाद प्रशासन ने रविवार (5 नवंबर) को उसके परिवार की एक दुकान को यह कहते हुए ध्वस्त कर दिया कि यह सरकारी भूमि पर बनाई गई थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लखीमपुर खीरी के एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि दूसरे समुदाय से आने वाली 17 वर्षीय लड़की बीते 2 नवंबर को अपने घर मृत पाई गई थी. इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए इलाके के पुलिस स्टेशन के एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है.

एसपी ने कहा कि पुलिस एफआईआर में नामित अन्य लोगों – 19 वर्षीय युवक के पिता और दो भाइयों – को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है.

लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि युवक ने अश्लील वीडियो का इस्तेमाल कर लड़की उसे ब्लैकमेल किया और यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.

जिला प्रशासन ने शुक्रवार (3 नवंबर) को मुख्य संदिग्ध के परिवार को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें दावा किया गया था कि जिस जमीन पर उनकी दुकान, लकड़ी की झोपड़ी बनी है, वह राज्य लोक निर्माण विभाग की है. परिवार को रविवार सुबह 10 बजे तक जमीन खाली करने या कार्रवाई का सामना करने को कहा गया था.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘परिवार को दी गई समय सीमा समाप्त होने के बाद दुकान को ध्वस्त कर दिया गया.’

लड़की की बड़ी बहन ने सभी आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.

इससे पहले लड़की की मां ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा था कि मुख्य आरोपी ने उनकी बेटी का एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.

शिकायत में कहा गया है कि वह अपनी बेटी के साथ 1 नवंबर को युवक और उसके परिवार से उनके आवास पर मिलीं, लेकिन उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन पर हमला किया गया.

शनिवार को आरोपियों के खिलाफ स्थानीय लोगों का विरोध हिंसक हो गया, क्योंकि उन्होंने दुकान पर पथराव किया और सड़क किनारे पड़े लकड़ी के फर्नीचर में आग लगा दी.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना जिले के संपूर्णानगर क्षेत्र की है. शनिवार को गुस्साई भीड़ ने आरोपी की दुकान के सारे फर्नीचर को भी आग के हवाले कर दिया था और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था.

मुख्य आरोपी जाहिद अख्तर लड़की के साथ एक ही स्कूल में पढ़ता था और दोनों दोस्त बन गए थे. लड़की की मां ने आरोप लगाया कि अख्तर उनकी बेटी पर शादी करने और अपना धर्म बदलने के लिए दबाव डाल रहा था, लेकिन उसने इनकार कर दिया, जिसके कारण उसने उसका आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था.

अख्तर पर आत्महत्या के लिए उकसाने और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.