केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने युद्ध से तबाह फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि जब लोगों का एक वर्ग नरसंहार जैसी आक्रामकता का सामना कर रहा हो तो कोई तटस्थ नहीं रह सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि इज़रायल अमेरिका के समर्थन से फिलिस्तीन को निशाना बना रहा है.
नई दिल्ली: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को युद्ध से तबाह फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि जब लोगों का एक वर्ग नरसंहार जैसी आक्रामकता का सामना कर रहा हो तो कोई तटस्थ नहीं रह सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि इजरायल अमेरिका के समर्थन से फिलिस्तीन को निशाना बना रहा है.
विजयन ने कहा, ‘हमारे फिलिस्तीनी भाई पीड़ित हैं. हम सभी जानते हैं कि अमेरिका के समर्थन से इजराइल फिलिस्तीन को निशाना बना रहा है और वहां के लोगों को नरसंहारक आक्रामकता का सामना करना पड़ रहा है. हम तटस्थ रुख नहीं अपना सकते. हमें फिलिस्तीन के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने की जरूरत है.’
वह ‘केरलियम’ 2023 उत्सव के समापन समारोह में बोल रहे थे, जिसमें दुनिया के सामने राज्य की प्रगति, उपलब्धियों और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया गया.
यहां सभा को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा कि लोगों की बड़ी भागीदारी से पता चलता है कि केरलियम एक बड़ी सफलता है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार इस आयोजन के तहत पिछले सात दिनों के दौरान हुए 25 सेमिनारों के दौरान प्राप्त सुझावों और निर्देशों पर विचार करेगी.
सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन 1 नवंबर को केरल पिरवी दिवस पर किया गया था. वरिष्ठ भाजपा नेता ओ. राजगोपाल ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और समापन समारोह में भी मौजूद रहे.
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा ने आयोजन का पूरी तरह से बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि यह ‘वित्तीय फिजूलखर्च’ है.
वहीं, मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में दोहराया कि केरलियम उत्सव आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 75 दिनों की अल्प समय अवधि के भीतर आयोजित किया गया था.
विजयन ने कहा, ‘हम आपको आश्वस्त करते हैं कि यहां आयोजित सेमिनारों से आए सभी सुझावों और निर्देशों पर केरल और उसके समाज के आगे के विकास के लिए विचार किया जाएगा.’
उन्होंने तटीय क्षेत्र और उसके समुदाय सहित कई क्षेत्रों में आगे के विकास के लिए अधिक केंद्रीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया. विजयन ने रबर किसानों और क्षेत्र के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार की राष्ट्रीय रबर नीति में बदलाव का भी आह्वान किया.
इस कार्यक्रम में बोलते हुए वित्त मंत्री के बालगोपाल ने कांग्रेस पार्टी के स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा कि जो लोग इसकी आलोचना करते हैं, उन्हें कम से कम केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, जो राज्य सरकार को बकाया भुगतान करने से ‘मना’ कर रही है.