एमपी-छत्तीसगढ़ चुनाव से ठीक पहले पीएम-किसान निधि की किस्त जारी होने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए

कांग्रेस ने बीते 15 नवंबर को पीएम-किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह जानबूझकर किया गया है. मध्य प्रदेश में जहां एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में इस दिन दूसरे चरण का मतदान कराया जाएगा.

जयराम रमेश. (फोटो साभार: फेसबुक)

कांग्रेस ने बीते 15 नवंबर को पीएम-किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह जानबूझकर किया गया है. मध्य प्रदेश में जहां एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में इस दिन दूसरे चरण का मतदान कराया जाएगा.

जयराम रमेश. (फाइल फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने बीते बुधवार (15 नवंबर) को छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक दो दिन पहले पीएम-किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी करने पर सवाल उठाते हुए आश्चर्य जताया कि क्या यह जान-बूझकर किया गया है.

मध्य प्रदेश में जहां एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान कराया जाएगा. पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को हुआ था.

कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम-किसान सम्मान निधि की छठी किस्त 1 अगस्त, 2020 को जारी की गई, जबकि नौवीं किस्त 9 अगस्त, 2021 को जारी की गई. 12वीं किस्त पिछले साल 17 अक्टूबर को जारी की गई थी.

उन्होंने कहा, ‘पीएम-किसान के तहत 15वीं किस्त आज यानी 15 नवंबर 2023 को आ रही है. अब जब छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में दो दिन में, राजस्थान में 10 दिन में और तेलंगाना में 15 दिन में चुनाव होने हैं तो 15वीं किस्त आ रही है. आज रिलीज किया जा रहा है.’

रमेश ने सवाल किया, ‘क्या यह देरी जान-बूझकर नहीं की गई है?’

रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखना और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना है.

राजस्थान में 25 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होना है. मिजोरम के साथ इन राज्यों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.