बिहार के सीतामढ़ी ज़िले के बाजपट्टी पुलिस थाना क्षेत्र का मामला. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने ज़हरीली शराब के अवैध कारोबार में शामिल होने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है. साल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था.
नई दिल्ली: शराबबंदी वाले राज्य बिहार के सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले तीन पड़ोसी गांवों में हुई संदिग्ध जहरीली शराब त्रासदी में पिछले 24 घंटों में कम से कम पांच लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीणों ने संवाददाताओं को बताया कि तीन लोगों की मौत शुक्रवार (17 नवंबर) रात को हुई, जबकि दो अन्य की शनिवार (18 नवंबर) सुबह मौत हो गई.
ग्रामीणों ने बताया कि जिन पांच लोगों की मौत हो गई है, उनके साथ एक अन्य व्यक्ति ने गुरुवार (16 नवंबर) रात जहरीली शराब पी थी, जिसका इलाज सीतामढ़ी शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
एसपी ने कहा कि पुलिस ने जहरीली शराब के अवैध कारोबार में शामिल होने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट की मुताबिक, सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज तिवारी ने कहा, ‘एक जांच टीम गठित कर दी गई है. शवो के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद हम अधिक जानकारी दे पाएंगे.’
एक निवासी के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जिले के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सोलमन टोला, नरहा कला और बाबू नरहर गांवों से मौतों की सूचना मिली है.
एक मृतक के पिता ने बताया कि उनका बेटा गुरुवार शाम शराब की तीन बोतलें लाया था.
एसपी ने कहा कि उनके बेटे की हालत अगले दिन खराब हो गई, जिसके बाद वे उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां शनिवार देर रात करीब 1:30 बजे उनका निधन हो गया. इसी बीच, ग्राम चौकीदार और बाजपट्टी पुलिस स्टेशन के हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, मिलावटी या जहरीली शराब से लोगों के बीमार पड़ने या मौत की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं.
बीते सितंबर महीने में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जहरीली शराब की घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी और दो अन्य की आंखों की रोशनी चली गई थी.
इस साल अप्रैल महीने में मोतीहारी जिले में जहरीली शराब पीने से 26 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले जनवरी महीने में सीवान जिले में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी.
दिसंबर 2022 में जहरीली शराब पीने से दो जिलों में आठ लोगों की मौत का मामला सामने आया था. इनमें से सिवान जिले में छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि बेगूसराय में दो अन्य लोगों की जान गई थी.
दिसंबर 2022 में ही छपरा (सारण) जिले में जहरीली शराब पीने से कथित तौर पर करीब 50 लोगों की जान चली गई थी. इस घटना के बाद बिहार विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए थे.