विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मुक़ाबले में मुझे आमंत्रित नहीं किया गया: पूर्व कप्तान कपिल देव

साल 1983 में भारत को पहला एकदिवसीय विश्व कप क्रिकेट ख़िताब दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने यह भी कहा कि यह इतना बड़ा आयोजन है और लोग ज़िम्मेदारियां संभालने में इतने व्यस्त हैं कि कभी-कभी वे भूल जाते हैं. वहीं विपक्षी नेताओं ने कहा कि महिला पहलवानों के विरोध का समर्थन करने के कारण उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया.

कपिल देव. (फोटो साभार: ट्विटर वीडियोग्रैब)

साल 1983 में भारत को पहला एकदिवसीय विश्व कप क्रिकेट ख़िताब दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने यह भी कहा कि यह इतना बड़ा आयोजन है और लोग ज़िम्मेदारियां संभालने में इतने व्यस्त हैं कि कभी-कभी वे भूल जाते हैं. वहीं विपक्षी नेताओं ने कहा कि महिला पहलवानों के विरोध का समर्थन करने के कारण उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया.

New Delhi: Former cricketer and Lieutenant Colonel (Honorary) Kapil Dev addresses the Territorial Army & Athletics Federation of India press conference, in New Delhi on Monday, Sept 3, 2018. (PTI Photo/Kamal Singh) (PTI9_3_2018_000039B)
कपिल देव. (फाइल फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने बीते रविवार (19 नवंबर) को दावा किया कि उन्हें भारत और ऑस्ट्रेलिया बीच अहमदाबाद में खेले गए विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मुकाबले में आमंत्रित नहीं किया गया था.

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत को 6 विकेट से हराकर अपना छठा वनडे क्रिकेट विश्व कप जीता.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, 1983 में भारत को पहला एकदिवसीय विश्व कप खिताब दिलाने वाले कपिल ने कहा कि वह अपने बाकी साथियों के साथ फाइनल मुकाबले के लिए जाना चाहते थे.

कपिल ने ‘एबीपी न्यूज’ कहा, ‘मुझे वहां आमंत्रित नहीं किया गया था. उन्होंने मुझे नहीं बुलाया इसलिए मैं नहीं गया. मैं चाहता था कि पूरी ‘83 टीम’ वहां मेरे साथ रहे, लेकिन मुझे लगता है कि यह इतना बड़ा आयोजन है और लोग जिम्मेदारियां संभालने में इतने व्यस्त हैं कि कभी-कभी वे भूल जाते हैं.’

महिला पहलवानों का समर्थन करने से कपिल को आमंत्रित नहीं किया: संजय राउत

इसी बीच, वहीं, शिवसेना (यूबीटी) सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि विरोध करने वाली महिला पहलवानों का समर्थन करने पर भाजपा, बीसीसीआई और आईसीसी ने कपिल देव का अपमान किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राउत ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को बहुत कुछ समझाने की जरूरत है.

उन्होंने आगे कहा, ‘इस देश में क्या हो रहा है? हमारे क्रिकेट आइकन (कपिल देव) जिन्होंने हमें सबसे बड़ा गौरव दिलाया और अपनी आक्रामक कप्तानी के कारण भारत ने 1983 में विश्व कप जीता, उनका अपमान किया गया है. बीसीसीआई और आईसीसी को बताना चाहिए कि उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया. क्या बीसीसीआई और आईसीसी ने भाजपा के दबाव में काम किया और भारत के महान क्रिकेटर का अपमान किया?’

राउत ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा कपिल देव को आमंत्रित नहीं किया गया था, क्योंकि उन्होंने उन महिला पहलवानों का खुलकर समर्थन किया था, जो दिल्ली में धरने पर बैठी थीं और यौन उत्पीड़न मामले में भाजपा सांसद (बृजभषण शरण सिंह) की गिरफ्तारी की मांग कर रही थीं.

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि क्योंकि कपिल ने महिला पहलवानों का समर्थन किया था, इसलिए भाजपा ने जान-बूझकर उन्हें दूर रखा है और इस तरह न केवल कपिल का अपमान किया गया है, बल्कि पूरे क्रिकेट जगत का अपमान किया गया है.’

कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि क्रिकेट संस्था ने कपिल देव को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल के लिए आमंत्रित नहीं किया. बेदी की तरह ही कपिल देव भी अपनी बात बेबाकी से रखने के लिए जाने जाते हैं और कुछ महीने पहले उन्होंने प्रदर्शन करने वाली महिला पहलवानों का खुलकर समर्थन किया था.’

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