एक निजी पार्टी द्वारा गुजरात में तीर्थयात्रा के लिए बुक की गई चेन्नई से पुणे पहुंची भारत गौरव स्पेशल ट्रेन के लगभग 80 यात्रियों ने पेट में संक्रमण और अन्य परेशानियों की शिकायत की थी. एक रेलवे अधिकारी ने बताया है कि स्रोत के बारे में जांच जारी है क्योंकि ट्रेन में पैंट्री सुविधा नहीं थी और खाना रेलवे द्वारा नहीं दिया गया था.
नई दिल्ली: चेन्नई से पुणे आ रही भारत गौरव स्पेशल ट्रेन में सवार लगभग 80 यात्रियों ने संभवतः फूड पॉइजनिंग के कारण पेट में संक्रमण और अन्य जटिलताओं की शिकायत की. ट्रेन मंगलवार देर रात पुणे रेलवे स्टेशन पहुंचने वाली थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पुणे स्टेशन पर रेल अधिकारियों को घटना की जानकारी रात करीब 10.45 बजे मिली. यह ट्रेन एक निजी पार्टी द्वारा गुजरात के पालीताना में तीर्थयात्रा से संबंधित दौरे के लिए बुक की गई थी.
पुणे रेल मंडल के मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक और पीआरओ रामदास भिसे ने कहा, ‘इसमें लगभग 1,000 यात्री सवार थे. हमें बताया गया कि कई यात्रियों को चक्कर आना, पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत की. इसके बाद रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम, रूबी हॉल के डॉक्टरों और अन्य रेलवे अधिकारियों के साथ, चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए पुणे स्टेशन भेजी गई.’
भिसे ने बताया कि ट्रेन रात 11.25 बजे पुणे स्टेशन पहुंची और तुरंत इलाज शुरू किया गया. भिसे ने कहा, ‘यात्रियों को ट्रेन से प्लेटफॉर्म पर उतार दिया गया और उपचार दिया गया. सौभाग्य से किसी भी यात्री को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा. उपचार के बाद सभी यात्रियों के साथ ट्रेन लगभग 12.30 बजे पुणे स्टेशन से रवाना हुई.’
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन रवाना होने से पहले पूरी तरह से जांच की गई.
अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘ट्रेन में कोई पैंट्री सुविधा नहीं थी. यह बताया गया कि यात्रियों को सोलापुर से लगभग 180 किमी दूर वाडी रेलवे स्टेशन पर भोजन मिला. हम भोजन के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि कुछ स्रोतों ने उल्लेख किया है कि भोजन के रूप में दान दिया गया है जो यात्रियों को भी प्राप्त हुआ था. अब तक हम जानते हैं कि भोजन रेलवे द्वारा नहीं दिया गया था. हालांकि, आगे की जांच जारी है.’