उत्तर प्रदेश में पिछले साल महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के सर्वाधिक मामले देखे गए: रिपोर्ट

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2022 की रिपोर्ट बताती है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाले उत्तर प्रदेश में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के 65,743 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 45,331 मामले और राजस्थान में 45,058 मामले दर्ज किए गए.

(इलस्ट्रेशन साभार: pixabay)

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2022 की रिपोर्ट बताती है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाले उत्तर प्रदेश में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के 65,743 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 45,331 मामले और राजस्थान में 45,058 मामले दर्ज किए गए.

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल देश के 28 राज्यों में से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए.

द टेलीग्राफ के अनुसार, योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाले उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 65,743 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 45,331 मामले और राजस्थान में 45,058 मामले दर्ज किए गए.

इससे पहले साल 2021 में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 56,083 मामले दर्ज किए गए थे और तब राजस्थान (40,738) दूसरे स्थान पर रहा था.

एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि साल 2022 में देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में दर्ज 4,28,278 से चार प्रतिशत अधिक हैं.

अधिकांश मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के रहे, इसके बाद अपहरण, महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला, और बलात्कार के मामले थे.

इसके अलावा साल 2022 में ‘सरकार के खिलाफ अपराध’ के लिए लगभग 5,610 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 5,164 थे, जो 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दिखाता है.

इन 5,610 मामलों में से 4,403 सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत और 1,005 आतंकवाद विरोधी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज किए गए थे.

भारत में 2022 में साइबर अपराध के 65,893 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में दर्ज 52,974 मामले से 24.4 प्रतिशत अधिक है.