गुजरात चुनाव राउंडअप: भाजपा के स्टार प्रचारक मोदी ने कहा, गुजरात कांग्रेस के पापों की क़ीमत अब भी चुका रहा है. कांग्रेस बोली- चर्चा से भागने के लिए भावुक बयान दे रहे हैं मोदी.
नई दिल्ली/अहमदाबाद: भाजपा के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. अपनी कई सभाओं में उन्होंने सरदार पटेल, मोरारजी देसाई, पटेल समाज समाज के मसले उठाए. साथ में उन्होंने अपनी बातों को राष्ट्रवाद, सेना, चीन, पाकिस्तान, भ्रष्टाचार और गुजराती अस्मिता के इर्द-गिर्द रखा.
प्रधानमंत्री के जवाब में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि चुनाव श्री मोदी, व्यक्ति के बारे में नहीं हो रहे हैं बल्कि उनके अच्छे दिन के वादे के बारे में हो रहे हैं जो 42 महीनों के शासनकाल में भी नहीं आए.
उन्होंने कई ट्वीट कर सवाल किया कि क्या मोदी यह बात भूल गए हैं कि वे प्रधानमंत्री हैं. कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर लिखा, श्री मोदी का चुनाव प्रचार उनके, उनके अतीत और गुजरात एवं गुजरातियों की कथित उपेक्षा के बारे में है. क्या वह भूल गए हैं कि वह भारत के प्रधानमंत्री हैं?
चुनाव मोदी पर नहीं, अच्छे दिन के वादे पर है जो 42 महीने में भी नहीं आए
चिदंबरम ने कहा, गुजरात चुनाव श्री मोदी, व्यक्ति के बारे में नहीं है. यह उन अच्छे दिन के वादे को लेकर है जो 42 महीने में भी नहीं आए. पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बेरोजगारी, निवेश में कमी, लघु एवं मध्यम उपक्रमों की बर्बादी, स्थिर निर्यात और मूल्यवृद्धि जैसे मुद्दों पर बात नहीं करते क्योंकि उनके पास कड़वी सच्चाई को लेकर कोई जवाब नहीं है.
चिदंबरम ने कहा कि मोदी भूल गए हैं कि महात्मा गांधी एक भारतीय थे और गुजरात के सपूत थे. उन्होंने कहा, गांधीजी राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित थे और हैं और उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करने के लिए माध्यम के तौर पर कांग्रेस को चुना था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा अब सरदार वल्लभभाई पटेल को व्याकुलता से अपने नेता के रूप में पेश कर सकती है लेकिन पटेल ने भाजपा के मूल संगठन आरएसएस और उसकी विभाजनकारी विचारधारा को खारिज कर दिया था.
मोदी ने सोमवार को गुजरात में कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा था कि विपक्षी दल भारत के लोगों की आकांक्षाओं से वाकिफ नहीं है और केवल लोगों को गुमराह करने तथा निराशा का माहौल पैदा करने में लगा हुआ है.
उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव को विकास में विश्वास और वंशवाद की राजनीति के बीच द्वंद्व बताते हुए कहा कि कांग्रेस को गुजरात कभी भी रास नहीं आया और वह चाहती है कि राज्य दूसरों से पीछे ही रहे. मोदी ने कहा, गुजरात मेरी आत्मा है और भारत मेरा परमात्मा. गुजरात की जमीन ने मेरा पालन किया है, मुझे मजबूती दी है.
मोरारजी देसाई की बर्खास्तगी पर पर्दा डालने के लिए इंदिरा सरकार ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण का ड्रामा रचा: मोदी
अपने गृह राज्य गुजरात में कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार ने तत्कालीन वित्त मंत्री मोरारजी देसाई की बर्खास्तगी के मामले पर पर्दा डालने के लिए बैंकों के राष्ट्रीयकरण का ड्रामा रचा था. गौरतलब है कि मोरारजी देसाई गुजराती थे.
नौ दिसंबर को राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले सूरत के कड़ोदरा इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जाति आधारित राजनीति के जरिये समाज में दरार डाल रही है. उन्होंने कहा कि गुजरात 25 साल पहले कांग्रेस की ओर से किए गए पापों की कीमत अब भी चुका रहा है.
गुजराती अस्मिता का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, मोरारजी देसाई, सूरत के रहने वाले गुजराती, को इंदिरा गांधी ने रातों रात वित्त मंत्री के तौर पर बर्खास्त कर दिया. बर्खास्तगी के बाद देसाई ने कहा था कि उन्हें सब्जी की तरह फेंक दिया गया.
उन्होंने कहा कि देसाई की बर्खास्तगी पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण का ड्रामा रचा था. मोदी ने कहा, देसाई को बर्खास्त करने के तुरंत बाद अपना चेहरा बचाने की कवायद के तहत सरकार ने रातों रात बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया जबकि दावा किया गया कि गरीबों की सेवा के लिए बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया.
उन्होंने कहा कि देसाई का बलिदान देने के बाद भी बैंकों के दरवाजे गरीबों के लिए नहीं खुले. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तो उनकी सरकार है जिसने बैंकों के दरवाजे गरीबों के लिए खोले.
हमने 22 साल के शासन में कई लोगों को मंदिर जाने को विवश कर दिया
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने गुजरात में अपने शासन के दौरान लोगों को मंदिर जाने पर विवश कर दिया. मोदी ने कहा, कांग्रेस नेता मुझसे पूछते हैं कि गुजरात में 22 साल के शासन के दौरान भाजपा ने क्या किया. दूसरी चीजों के साथ हमने कई लोगों को मंदिर जाने के लिए विवश कर दिया.
गौरतलब है कि गुजरात में अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राहुल ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना की है. भाजपा उन पर नरम हिंदुत्व कार्ड खेलने का आरोप लगा रही है.
इस बीच, भुज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि एक परिवार से आगे की नहीं सोच पाने वाले लोग देश का भला नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाया गया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से अपने संबोधन के दौरान अपने भाषण में उन्होंने पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल का नाम नहीं लिया.
मोदी ने कहा, इस पर मैंने कांग्रेस के एक मित्र से कहा कि वह एक काम करें. मैंने उनसे कहा कि वह एक कलम और कागज लें और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के शुरू से लेकर अब तक के अध्यक्षों के नाम क्रम से लिखें. जो अपनी पार्टी के नेताओं के नाम नहीं जानते, वे देश के लिए क्या करेंगे?
चाय बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन देश नहीं बेचेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने भुज में एक सभा में कहा कि वह चाय बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन कभी भी देश को नहीं बेचेंगे. उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद की रिहाई की उन्होंने सराहना क्यों की. मोदी ने कच्छ जिले के भुज, राजकोट के जसदां, अमरेली के चलाला और सूरत के पास कोडादारा में रैलियों के साथ अपना हाई वोल्टेज चुनाव प्रचार शुरू किया. उन्होंने चीन, लश्कर-ए-तैयबा के हाफिज सईद, सर्जिकल स्ट्राइक और भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों पर विपक्षी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया.
मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पाकिस्तान में एक आतंकवादी की रिहाई की सराहना की. उन्होंने यह सवाल भी किया कि डोकलाम गतिरोध के दौरान वह चीनी राजदूत से क्यों गले मिले.
प्रधानमंत्री ने कच्छ जिले के भुज में कहा, आप चीनी राजदूत से गले मिल कर खुश हैं, आप हाफिज सईद की रिहाई पर तालियां बजा रहे हैं, आप भारतीय थल सेना के लक्षित हमले का सम्मान नहीं कर सकते… लेकिन आपने इस बारे में क्यूं बात की आप चुप रह सकते थे. हालांकि उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि राहुल ने सईद की रिहाई की कैसे और कहां सराहना की.
दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में ट्वीट किया था, नरेंद्र भाई, बात नहीं बनी. आतंकी हमले का सरगना छूट गया है…. मुंबई हमले के सरगना सईद को पाकिस्तान की एक अदालत द्वारा रिहा किए जाने के बाद राहुल ने यह ट्वीट किया था.
मोदी ने चायवाले के रूप में अपने अतीत को लेकर एक हालिया मीम व्यंग्यात्मक चित्र में खुद को निशाना बनाए जाने को लेकर जसदां में कहा कि उनकी सादगी भरी पृष्ठभूमि और एक गरीब मां की संतान होने के चलते मुख्य विपक्षी पार्टी उन्हें निशाना बना रही है.
गुजरात के बेटे के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए
उन्होंने गुजराती में दिए एक भाषण में कहा कि वे लोग बेचैनी महसूस कर रहे हैं क्योंकि एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया. हम किताबों में पढ़ा करते हैं कि किस तरह से दबे कुचले लोगों को पहले पायदान पर मौजूद लोग प्रताड़ित करते हैं. लेकिन मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि वे लोग इस हद तक चले जाएंगे.
मोदी ने कहा कि उन्हें लोगों से धमकी मिल रही है कि वे उन्हें एक बार फिर से चाय बेचने वाला बना देंगे. उन्होंने कहा, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मैं मोदी हूं, जो चाय बेचने के लिए तैयार है लेकिन मैं पूरे देश को बेचने का पाप कभी नहीं करूंगा. उन्होंने कांग्रेस नीत संप्रग शासन के दौरान के घोटालों की ओर संभवत: इशारा करते हुए यह कहा.
मोदी ने पाटीदारों को रिझाने की कोशिश करते हुए कहा कि कांग्रेस ने गुजरात के खिलाफ बैर के चलते समुदाय से चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को प्रताड़ित किया. बाबूभाई जशभाई पटेल, चिमनभाई पटेल, केशुभाई पटेल और आनंदीबेन पटेल इस समुदाय से आते हैं.
विरोध प्रदर्शनों को तूल देने के विषय पर कांग्रेस को प्रत्यक्ष रूप से आरोपी ठहराते हुए मोदी ने कहा कि विपक्ष ने भाजपा की आनंदीबेन नीत सरकार को परेशान करने के लिए सब कुछ किया.
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने उन्हें परेशान करने के लिए हिंसा को तूल दिया. इस कांग्रेस पार्टी ने चार पाटीदार मुख्यमंत्रियों को महज इसलिए प्रताड़ित किया कि गुजरात के लोगों ने उस पार्टी को कभी स्वीकार नहीं किया. उन्होंने गुजरात के लोगों से कांग्रेस नेताओं को माफ नहीं करने को कहा क्योंकि उन्होंने गुजरात के बेटे के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं.
‘गुजरात का अपमान हो गया’
मोदी ने कहा कि उन्होंने एक कविता लिखी जिसमें गुजरात को उनकी आत्मा, भारत को उनका परमात्मा कहा गया है इस तरह गुजरात उनकी मां और वह उसके बेटे हैं. उन्होंने मतदाताओं से भावुक होते हुए कहा, मैं इस मिट्टी में जन्मा हूं, आप गुजराती मेरी खूबी खामियों को जानते हैं. गुजराती उन लोगों को नहीं बख्शेंगे जो उसके बच्चे पर हमले बोल रहे हैं.
मोदी ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस को समझना चाहिए कि गुजरात ने उस वक्त अपमान बर्दाश्त किया जब उभके खिलाफ ज्यादती की गई लेकिन वक्त बदल गया है और वे लोग ऐसा फिर से नहीं कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि कई लोग यहां चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं और गंदगी फैला रहे हैं. किसान मॉनसून के शुरू होने से पहले खेत तैयार करते हैं. उसी तरह यहां काफी कीचड़ किया जा रहा है. यह अच्छा है क्योंकि यह कमल खिलने में मदद करेगा.
अधूरे वादों पर चर्चा से भागने के लिए भावुक बयान दे रहे हैं मोदी: आनंद शर्मा
कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी की निंदा की कि कांग्रेस गुजरात के बेटे के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रही है. कांग्रेस ने कहा कि वह अधूरे वादों पर चर्चा से भागने के लिए भावनात्मक बयान दे रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अगर वह मजबूत हैं तो उन्हें संसद का शीतकालीन सत्र बुलाकर सवालों का सामना करना चाहिए था. शर्मा ने सवाल किया, हम गुजरात में प्रधानमंत्री को चुनौती क्यों नहीं दे सकते, सिर्फ इसलिए कि वह गुजरात के हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, मोदी उत्तर प्रदेश जाते हैं और अखिलेश यादव का अपमान करते हैं, बिहार जाते हैं और लालू यादव का अपमान करते हैं, उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी और सोनिया गांधी का अपमान करते हैं. शर्मा ने कहा, हम आपका अपमान नहीं कर रहे हैं लेकिन क्या हमें कोई सवाल भी नहीं पूछना चाहिए?
शर्मा ने दावा किया कि मोदी की कोई सहिष्णु और लोकतांत्रिक मानसिकता नहीं है इसलिए उन्होंने गुजरात और गुजरातियों का अपमान करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेसी नेता ने आरोप लगाया, आपके बड़े वादे झूठ निकले और आप चर्चा से भाग रहे हैं और केवल झूठे भावुक बयान दे रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि मोदी को सच से नफरत है, वह अक्सर झूठ बोलते हैं. वह तेज आवाज में बोलते हैं लेकिन मजबूती के साथ नहीं. अगर वह मजबूत होते तो संसद का शीतकालीन सत्र बुलाकर सवालों का सामना करते.
मोदी के इस आरोप कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान किया, पर उन्होंने कहा कि लौह पुरुष देश के महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेसी नेता और उपप्रधानमंत्री थे. उन्होंने कहा, जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल एक दूसरे की प्रशंसा करते थे.
‘मोदी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुप हैं’
कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह आतंकवाद पर ऐसी पार्टी को पाठ नहीं पढ़ाएं जिसका इतिहास आतंकवाद से लड़ते हुए बलिदानों की घटनाओं से भरा हुआ है.
भाजपा पर आतंकवाद के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया.
मोदी के पाकिस्तान में आतंकवादी की रिहाई पर ताली बजाने और राहुल गांधी के डोकलाम गतिरोध के दौरान चीन के राजदूत से गले मिलने जैसे आरोपों पर पलटवार करते हुए सुरजेवाला ने कहा, कम से कम उस पार्टी को तो पाठ नहीं पढ़ाएं जिसका इतिहास आतंकवादियों से लड़ते हुए कुर्बानी देने का रहा है.
संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा पर कई आरोप लगाये और सवाल उठाए. सुरजेवाला ने कहा, भारत में आतंकी गतिविधियों में शामिल रही आईएसआई को क्या मोदी सरकार पठानकोट और उरी की आतंकी घटनाओं के बाद वहां नहीं लाई थी?
उन्होंने कहा, क्या मोदी सरकार में आतंकी घटनाएं नहीं बढ़ गईं? क्या जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा सरकार ने अलगाववादियों और आतंकवादियों की हमदर्द आसिया अंद्राबी को पोस्टर गर्ल नहीं बनाया? क्या भाजपा का एक पदाधिकारी आईएसआई एजेंट नहीं पाया गया? कांग्रेस नेता ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य से जुड़े मामलों पर मोदी पर हमला बोला.
‘पाटीदार आरक्षण के रोडमैप का खुलासा करे कांग्रेस’
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर पाटीदार समुदाय को गुमराह कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस से कहा कि वह उस रोडमैप का खुलासा करे जिसके तहत उसने 50 प्रतिशत की सीमा से अधिक आरक्षण का वादा किया है.
उच्चतम न्यायालय ने आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत निर्धारित की है. प्रसाद ने 1992 के ऐतिहासिक फैसले सहित उच्चतम न्यायालय के सात फैसलों का जिक्र किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस द्वारा आरक्षण की बात करना राजनीतिक अवसरवाद की पराकाष्ठा है और इसका मकसद गुजरात में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में पाटीदार मत हासिल करना है.
कानून मंत्री प्रसाद ने कहा, कांग्रेस पार्टी अब पाटीदारों को आरक्षण की बात कर रही है. यह राजनीतिक अवसरवाद की पराकाष्ठा है. मैं चाहता हूं कि कांग्रेस अपने उस रोडमैप का खुलासा करे कि वह उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित 50 प्रतिशत की सीमा को किस प्रकार पार करेगी.
प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, क्या यह सिर्फ धूल झोंकने वाला है या ठगी है अगर यह वोट हासिल करने के लिए किया जा रहा है तो इसे रोकना चाहिए.
मंत्री ने कहा कि आरक्षण के बारे में सात अलग अलग फैसले आए हैं जिनमें 1992 का इंदिरा साहनी फैसला भी शामिल है, जिसमें साफ कहा गया है कि हम 50 प्रतिशत की सीमा को पार नहीं कर सकते.
पिछले हफ्ते पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा था कि पार्टी ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आई तो संविधान के अनुच्छेद 31सी के तहत आरक्षण मुहैया कराएगी.
हार्दिक ने कहा था कि कांग्रेस द्वारा दिए गए फार्मूले के तहत समुदाय को 50 प्रतिशत की मौजूदा सीमा से परे आरक्षण मिलेगा तथा उच्चतम न्यायालय द्वारा तय की गई 50 प्रतिशत की सीमा सिर्फ एक सुझाव है और अगर राज्य सरकार चाहती है तो उसे पार किया जा सकता है.
इस पर प्रसाद ने कहा कि अनुच्छेद 31सी 1971 में शामिल किया गया था जबकि आरक्षण संबंधी सभी फैसले उसके बाद दिए गए.
भाजपा को याद हिंदू आतंकवाद का सात साल पुराना मुद्दा, राहुल से स्पष्टीकरण मांगा
गुजरात चुनावों में दो हफ्ते से भी कम वक्त को देखते हुए भाजपा ने मंगलवार को पुराने अमेरिकी डिप्लोमैटिक केबल का मुद्दा उठाया जिसमें राहुल गांधी को कथित तौर पर यह कहते हुए दिखाया गया है कि भारत में हिंदू आतंकवाद, पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से ज्यादा बड़ा खतरा है. पार्टी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है.
केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केबल का जिक्र किया जिसका खुलासा व्हिस्लब्लोअर वेबसाइट विकीलीक्स ने किया था और इसके बाद 2010 में कुछ अखबारों में यह खबर छपी थी.
प्रसाद ने कहा कि राहुल को इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जोड़ने के लिए शर्मिंदा होना चाहिए जो उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे. राहुल ने उस समय अमेरिका के एक राजनयिक से कथित बातचीत के दौरान उन्हें भाजपा में ध्रुवीकरण करने वाले व्यक्तियों में शुमार किया था.
प्रसाद ने कहा, मुंबई आतंकवादी हमले 26/11 के दो वर्ष बाद 2010 में अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत के दौरे पर थीं. तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए आयोजित दोपहर के भोज में अमेरिका के राजदूत टिमोथी रोमर, राहुल गांधी के पास बैठे थे और उन्होंने कांग्रेस नेता से पूछा कि वह लश्कर-ए-तैयबा के बारे में क्या सोचते हैं.
मंत्री ने कहा, राहुल ने रोमर से कहा कि एलईटी को भूल जाइए, इस देश का हिंदू आतंकवाद ज्यादा बड़ा खतरा है. अमेरिकी राजदूत रोमर ने इस बातचीत को केबल के रूप में अपने देश भेज दिया. बाद में यह केबल लीक हो गया और लंदन के अखबार द गार्जियन ने इसे प्रकाशित किया.
कथित संवाद का जिक्र करते हुए प्रसाद ने कहा कि अमेरिका के राजदूत ने लिखा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भाजपा में ज्यादा ध्रुवीकरण करने वाले कुछ नेताओं द्वारा तनाव पैदा करने का जिक्र कर रहे थे. इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे.
भाजपा नेता ने कहा, कांग्रेस और राहुल का यह स्तर है. वास्तव में यह शर्मनाक है कि उन्होंने मोदी को इससे जोड़ने का प्रयास किया. इस पर हम राहुल से स्पष्टीकरण की मांग करते हैं. उन्हें अपनी सोच पर खुद ही शर्मिंदा होना चाहिए कि लश्कर-ए-तैयबा, हिंदू भगवा आतंकवाद से कम खतरनाक है. और अब वह गुजरात में मंदिरों में घूम रहे हैं.
गुजरात में आठ लाख लीटर शराब जब्त
विधानसभा चुनाव में उतरने जा रहे गुजरात में चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त निरीक्षण एवं व्यय निगरानी टीमों ने करीब 8.77 लाख लीटर शराब, 1.60 करोड़ रुपये नकद और 8 करोड़ रुपये मूल्य के स्वर्णाभूषण एवं अन्य जेवरात जब्त किये हैं. गौरतबल है कि गुजरात में कई वर्षों से शराब पर प्रतिबंध है लेकिन चुनावी मौसम में इतनी बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी हो रही है.
चुनाव आयोग की टीमों ने अबतक राज्य में 19.55 करोड़ रुपये की शराब पकड़ी है. राज्य में मद्यनिषेध है. एक आधिकारिक आंकड़े के अनुसार टीमों ने 1.60 करोड़ रुपये संदिग्ध अवैध नकद तथा 8.13 करोड़ रुपये मूल्य के सोने एवं अन्य महंगी धातु भी जब्त किए.
इस आंकड़े के मुताबिक ईसी टीमों को 3,650 ब्रिटिश पाउंड 3.11लाख रुपये और 30,000 थाई बहत करीब 60000 रुपये भी हाथ लगे. चुनाव आयोग ने गुजरात में कालेधन तथा मतदाताओं को लालच देने पर रोक लगाने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों के अलावा करीब 100 चुनाव व्यय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए हैं.
गुजरात में भाजपा भारी बहुमत से जीतेगी: चौहान
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि अगले महीने गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता एवं उनके द्वारा वहां मुख्यमंत्री रहते राज्य के विकास के लिए किए गए कार्यों के कारण भाजपा भारी बहुमत के साथ सत्ता में आएगी.
मुख्यमंत्री के रूप में 12 साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर चौहान ने दावा किया, गुजरात में भाजपा बिलकुल 100 प्रतिशत जीतेगी. भारी बहुमत से जीतेगी भाजपा. निश्चित तौर पर.
उनसे सवाल किया गया था कि गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार से क्या फीडबैक है. मुख्यमंत्री के रूप में सबसे ज्यादा 12 साल तक निरंतर पद पर रहने का इतिहास बनाने वाले चौहान ने कहा, अबकी बार गुजरात में पिछली बार से ज्यादा सीटें लाएंगे. हमें पार्टी ने कुल 182 सीटों में से 150 सीटों का लक्ष्य दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)