आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री होंगे

चार बार के सांसद विष्णु देव साय साल 2020 से 2022 तक पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष रहे थे. साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में वह केंद्रीय खान और इस्पात राज्य मंत्री थे. हाल ही में हुए चुनावों में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतकर भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदख़ल कर दिया.

विष्णु देव साय. (फोटो साभार: फेसबुक)

चार बार के सांसद विष्णु देव साय साल 2020 से 2022 तक पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष रहे थे. साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में वह केंद्रीय खान और इस्पात राज्य मंत्री थे. हाल ही में हुए चुनावों में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतकर भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदख़ल कर दिया.

विष्णु देव साय. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री होंगे. रविवार (10 दिसंबर) दोपहर 54 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया.

साय छत्तीसगढ़ के सबसे वरिष्ठ आदिवासी नेताओं में से एक हैं और उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा आदिवासी क्षेत्र में गोंड समुदाय से आते हैं.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह चयन एक सप्ताह के विचार-विमर्श के बाद किया गया, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में एक आदिवासी नेता को रखने के विचार के अनुरूप है, जहां आदिवासियों की आबादी 32 प्रतिशत है. अन्य पिछड़ा वर्ग के बाद आदिवासी राज्य में सबसे बड़ा जनसंख्या समूह है.

राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में पार्टी के अभूतपूर्व प्रदर्शन को देखते हुए यह निर्णय आदिवासियों के पक्ष में गया. आदिवासियों की पसंदीदा सूची में कभी भी शीर्ष पर नहीं रही भाजपा इस बार के विधानसभा चुनाव में आदिवासी बहुल सरगुजा क्षेत्र की सभी 14 सीटों और बस्तर की 12 में से आठ सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही है.

59 वर्षीय विष्णु देव साय को पार्टी के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का भी पसंदीदा माना जाता है. इसके अलावा वह पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी हैं, जो राज्य में पार्टी के सबसे बड़े नेता रहे हैं.

चार बार के सांसद साय अपनी गैर-विवादास्पद छवि और संगठनात्मक क्षमता के लिए जाने जाते हैं. वह साल 2020 से 2022 तक पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं.

इससे पहले वह भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं. साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई थी, तब वह केंद्रीय खान और इस्पात राज्य मंत्री बनाए गए थे.

साय ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में उत्तरी छत्तीसगढ़ में सरगुजा के कुनकुरी सीट से जीत हासिल की है.

हाल ही में हुए चुनावों में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतीं और भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया. कांग्रेस 2018 में जीती गई 68 सीटों से कम होकर 35 सीटों पर सिमट गई. वहीं 2018 में 15 सीटों के मुकाबले भाजपा की सीटें तीन गुना से भी अधिक हो गईं.

मुख्यमंत्री पद के लिए निर्वाचित होने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए साय ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के तौर पर मैं सरकार के जरिये प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी (भाजपा के चुनाव पूर्व वादे) को पूरा करने की कोशिश करूंगा. 18 लाख घरों को मंजूरी देना (आवास योजना के लाभार्थियों के लिए) राज्य में पहला काम होगा.’

इस घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोशल साइट एक्स पर लिखा, ‘कुनकुरी विधायक और आदिवासी नेता विष्णु देव साय को आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का दायित्व प्राप्त होने पर अशेष शुभकामनाएं. मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से भाजपा के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) के वादों को पूरा करते हुए प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे तथा भाजपा के डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ दोगुनी रफ्तार से विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा.’