दक्षिण तमिलनाडु में भारी बारिश के बीच बाढ़ और भूस्खलन, चार ज़िलों में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए

तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में सोमवार सुबह से भारी बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में अगले सात दिनों के लिए ‘भारी बारिश का अलर्ट’ जारी किया है. तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी ज़िलों के सभी स्कूल, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी कर दी गई है.

थूथुकुडी स्टेशन पर भारी बारिश से हुआ जलभराव. (फोटो साभार: एएनआई वीडियोग्रैब)

तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में सोमवार सुबह से भारी बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में अगले सात दिनों के लिए ‘भारी बारिश का अलर्ट’ जारी किया है. तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी ज़िलों के सभी स्कूल, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी कर दी गई है.

थूथुकुडी स्टेशन पर भारी बारिश से हुआ जलभराव. (फोटो साभार: एएनआई वीडियोग्रैब)

नई दिल्ली: तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में सोमवार (18 दिसंबर) सुबह से भारी बारिश जारी है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने चार जिलों – तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी में सभी स्कूलों, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी की घोषणा की है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले सात दिनों के लिए राज्य के लिए ‘भारी बारिश का अलर्ट’ जारी किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, थूथुकुडी जिले के तिरुचेंदूर और सत्तनकुलम स्टेशनों पर पिछले 24 घंटों में 606 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं तिरुनेलवेली स्थित पलायमकोट्टई स्टेशन पर 260 मिमी बारिश दर्ज की गई.

इसी बीच, आईएमडी ने सोमवार सुबह 10 बजे तक मदुरै, विरुधुनगर और थेनी जिलों में कुछ स्थानों पर रेड अलर्ट घोषित किया है. मौसम एजेंसी द्वारा थूथुकुडी, डिंडीगुल, कोयंबटूर और थिरुप्पुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविलपट्टी इलाके में 40 झीलें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच गई हैं. थूथुकुडी जिले के जिला विकास अधिकारी राजेश ने कहा, ‘कोविलपट्टी पंचायत में 40 झीलें भरी हुई हैं. दो झीलें क्षतिग्रस्त हो गईं और हमने उनकी मरम्मत की. हम अन्य झीलों पर भी लगातार नजर रख रहे हैं. अगर झील में कोई दरार है, तो हम इसे तुरंत ठीक करने के लिए तैयार हैं.’

थूथुकुडी में गंभीर जलजमाव देखा गया, क्योंकि क्षेत्र में भारी बारिश जारी रही. भारी बारिश के कारण कोविलपट्टी, एट्टायपुरम, विलाथिकुलम, कलुगुमलाई, कायथार, कदम्बुर, वेम्बार, सुरंगुडी और अन्य क्षेत्रों में बाढ़ की रिपोर्ट के साथ चुनौतीपूर्ण स्थितियां पैदा हो गई हैं.

एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में तिरुनेलवेली जिले में अत्यधिक बारिश के कारण कोर्टालम और मणिमुथारू झरने ओवरफ्लो होकर बहते हुए दिखाई दे रहे हैं.

नीलगिरी जिले में हो रही भारी बारिश के कारण ऊटी से भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. केंद्रीय मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने ऊटी मेट्टुपालयम रोड पर भूस्खलन की सफाई का निरीक्षण किया. थूथुकुडी में कई जगहों पर अचानक बाढ़ आने की खबर है. जिला प्रशासन द्वारा जल निकायों में आई दरारों को ठीक करने के प्रयास किए गए.

समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो में तिरुनेलवेली जिले में लगातार बारिश के कारण थमिराबरानी नदी उफनती हुई दिखाई दे रही है.

तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा, ‘एहतियाती उपाय के रूप में 250 राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी और तेनकासी जिलों में तैनात किया गया है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के कुछ और सदस्य आज तेनकासी जिले में पहुंचेंगे. यहां तक कि मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करूंगा.’

उन्होंने कहा, ‘तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने हमें (मंत्री और आईएएस अधिकारियों को) मौके पर रहने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है.’

बारिश से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए विभिन्न जिलों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें तिरुनेलवेली में 19, कन्याकुमारी में चार शिविर, थूथुकुडी में दो शिविर और तेनकासी जिले में एक शिविर शामिल है.