राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी बुज़ुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे अभिषेक समारोह में नहीं आने का अनुरोध किया गया था, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है. आडवाणी और जोशी अयोध्या में राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन में सबसे आगे रहने वाले नेताओं में से हैं.
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन में सबसे आगे रहे भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के स्वास्थ्य और उम्र के कारण अगले महीने के होने वाले इसके अभिषेक समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है.
बीते सोमवार (18 दिसंबर) को राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया था, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है.’
राय ने कहा कि 22 जनवरी को अभिषेक समारोह की तैयारी जोरों पर है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि समारोह की तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी हो जाएंगी और प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी से शुरू होगी, जो 22 जनवरी तक चलेगी.
आमंत्रित लोगों की विस्तृत सूची देते हुए चंपत राय ने कहा कि आडवाणी और जोशी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं.
आडवाणी अब 96 वर्ष के हैं और जोशी अगले महीने 90 वर्ष के हो जाएंगे.
राय ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा से मिलने और उन्हें समारोह में आमंत्रित करने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और लगभग 150 साधु-संत भी समारोह में भाग लेंगे.’
उन्होंने कहा कि समारोह के लिए लगभग 4,000 संतों और 2,200 अन्य मेहमानों को आमंत्रित किया गया है. काशी विश्वनाथ, वैष्णो देवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों और धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है.
राय के मुताबिक, आध्यात्मिक नेता दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, बाबा रामदेव, अभिनेता रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और प्रमुख उद्योगपति जैसे मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो निदेशक नीलेश देसाई और कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों को समारोह में आमंत्रित किया गया है.
अभिषेक समारोह के बाद अनुष्ठान परंपराओं के अनुसार 24 जनवरी से 48 दिनों तक ‘मंडल पूजा’ आयोजित की जाएगी. उन्होंने बताया कि मंदिर 23 जनवरी को भक्तों के लिए खोला जाएगा.
चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में तीन से अधिक स्थानों पर अतिथियों के ठहरने की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके अलावा विभिन्न मठों, मंदिरों एवं गृहस्थ परिवारों द्वारा 600 कमरे उपलब्ध कराए गए हैं.
इस बीच अयोध्या नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी शुरू कर दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या नगर आयुक्त विशाल सिंह ने कहा कि भक्तों के लिए फाइबर शौचालय और महिलाओं के लिए निर्दिष्ट स्थानों पर चेंजिंग रूम स्थापित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि परिसर में ‘राम कथा कुंज’ गलियारा बनाया जाएगा, जिसमें भगवान राम के जीवन की 108 घटनाओं को प्रदर्शित करने वाली झांकियां दिखाई जाएंगी.