साल 2022-23 में चुनावी ट्रस्टों द्वारा दिए गए दान में से भाजपा को 70 प्रतिशत से अधिक मिला: एडीआर

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, पांच चुनावी ट्रस्टों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 366.49 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें भाजपा को सबसे अधिक 259.08 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ. बीआरएस को 90 करोड़ रुपये और वाईएसआर कांग्रेस, आप तथा कांग्रेस को सामूहिक रूप से कुल 17.40 करोड़ रुपये दान में ​मिले.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक)

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, पांच चुनावी ट्रस्टों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 366.49 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें भाजपा को सबसे अधिक 259.08 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ. बीआरएस को 90 करोड़ रुपये और वाईएसआर कांग्रेस, आप तथा कांग्रेस को सामूहिक रूप से कुल 17.40 करोड़ रुपये दान में ​मिले.

(फोटो: द वायर)

नई दिल्ली: चुनाव सुधार की दिशा में का करने वाले गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, पांच चुनावी ट्रस्टों को वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 366.49 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें भाजपा को सबसे अधिक 259.08 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ.

18 अनुमोदित चुनावी ट्रस्टों में से केवल पांच ने विभिन्न कॉरपोरेट घरानों और व्यक्तियों से योगदान प्राप्त करने की घोषणा की है.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा चुनावी ट्रस्ट पेश किए गए थे. चुनावी बॉन्ड योजना की तरह उनका उद्देश्य निगमों और व्यक्तियों द्वारा राजनीतिक दलों को दान की सुविधा प्रदान करना था.

हालांकि चुनावी बॉन्ड योजना दान देने वालों की जानकारी की गोपनीयता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है. वहीं चुनावी ट्रस्टों को हर साल व्यक्तियों और कंपनियों के योगदान और पार्टियों को उनके दान पर चुनाव आयोग को एक रिपोर्ट जमा करनी होती है.

एडीआर ने कहा कि 2022-23 में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के साथ पंजीकृत 18 चुनावी ट्रस्टों में से 13 ने अपना योगदान विवरण चुनाव आयोग को जमा किया और उनमें से पांच को कॉरपोरेट और व्यावसायिक घरानों से योगदान प्राप्त हुआ है.

जहां 34 कॉरपोरेट और व्यावसायिक घरानों ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 360 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया, एक कंपनी ने समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट को 2 करोड़ रुपये, दो कंपनियों ने परिबर्तन इलेक्टोरल ट्रस्ट को 75.50 लाख रुपये और दो कंपनियों ने ट्रायम्फ इलेक्टोरल ट्रस्ट को 50 लाख रुपये दिए हैं.

2022-23 में कुल 11 व्यक्तियों ने चुनावी ट्रस्टों में योगदान दिया है. जहां आठ व्यक्तियों ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट में 2.70 करोड़ रुपये का योगदान दिया, वहीं तीन व्यक्तियों ने इंज़ीगार्टिग इलेक्टोरल ट्रस्ट में 8 लाख रुपये का योगदान दिया.

इन ट्रस्टों को प्राप्त कुल 366 करोड़ रुपये में से भाजपा को 259.08 करोड़ रुपये या सभी राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 70.69 प्रतिशत प्राप्त हुआ. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 90 करोड़ रुपये या 24.56 प्रतिशत दान प्राप्त हुआ.

एडीआर ने कहा कि तीन अन्य राजनीतिक दलों – वाईएसआर कांग्रेस, आप और कांग्रेस – को सामूहिक रूप से कुल 17.40 करोड़ रुपये मिले.

सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, चुनावी ट्रस्टों को वित्तीय वर्ष के दौरान प्राप्त कुल योगदान का कम से कम 95% और पिछले वित्तीय वर्ष से लाए गए अधिशेष को उक्त वित्तीय वर्ष के 31 मार्च से पहले पात्र राजनीतिक दलों को वितरित करना आवश्यक है. 2022-23 में ट्रस्टों ने 99.99 प्रतिशत रकम राजनीतिक दलों को बांट दी है.