मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिया, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में होंगे शामिल

​हाल ही में मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र पर सार्वजनिक रूप से दावा करने वाली शिवसेना (यूबीटी) पर मिलिंद देवड़ा ने नाराज़गी ज़ाहिर की थी. वह 2014 और 2019 में लगातार दो लोकसभा चुनाव शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत से हार चुके हैं. कांग्रेस ने ​कहा है कि देवड़ा के पार्टी छोड़ने का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय किया गया है.

मिलिंद देवड़ा. (फोटो साभार: फेसबुक)

​हाल ही में मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र पर सार्वजनिक रूप से दावा करने वाली शिवसेना (यूबीटी) पर मिलिंद देवड़ा ने नाराज़गी ज़ाहिर की थी. वह 2014 और 2019 में लगातार दो लोकसभा चुनाव शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत से हार चुके हैं. कांग्रेस ने ​कहा है कि देवड़ा के पार्टी छोड़ने का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय किया गया है.

मिलिंद देवड़ा. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में तीन दलों में से एक में शामिल होने की अटकलों के बीच वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने रविवार (13 जनवरी) को कांग्रेस का साथ छोड़ दिया.

रविवार दिन में उनके महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की उम्मीद है.

इस निर्णय की घोषणा करते हुए देवड़ा ने सोशल साइट एक्स पर लिखा, ‘आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 2014 और 2019 में लगातार दो लोकसभा चुनाव शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत से हार चुके मुरली देवड़ा ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सीट बंटवारे की व्यवस्था में मुंबई दक्षिण सीट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के पास जाने की संभावना पर नाखुशी व्यक्त की.

हाल ही में जारी एक वीडियो में देवड़ा ने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को शांत रहने की सलाह दी थी और शिवसेना से किसी भी लोकसभा क्षेत्र पर दावा नहीं करने को कहा था, जब तक कि सीट बंटवारे की बातचीत में इसे अंतिम रूप नहीं दिया जाता.

उन्होंने कहा था कि उनके दिवंगत पिता मुरली देवड़ा सहित उनके परिवार ने 40 वर्षों से अधिक समय तक इस निर्वाचन क्षेत्र (मुंबई दक्षिण) की सेवा की है.

सूत्रों के मुताबिक, देवड़ा के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच शिखर सम्मेलन में भी जाने की संभावना है.

वह विशेष रूप से मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से मुंबई में चुनाव अभियान शुरू करने और यह दावा करने के लिए कि सावंत ही 2024 के लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार होंगे, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और आदित्य ठाकरे से नाखुश थे.

कुछ महीने पहले यह अफवाह थी कि देवड़ा, अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अलग हुए गुट में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उनके और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल के बीच मुलाकात की सूचना थी.

तब देवड़ा ने सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि वह कांग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे.

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस घटनाक्रम का आरोप लगाते हुए एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने के फैसले के लिए ‘लालच और भय’ को जिम्मेदार ठहराया है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी ने कहा कि मुंबई के दिग्गज नेता के जाने से कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ‘लाखों मिलिंद देवड़ा हमारे साथ जुड़ेंगे’.

द हिंदू से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि मुरली देवड़ा के पार्टी छोड़ने का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय किया गया है.

उन्होंने कहा, ‘मुहूर्त (शुभ क्षण) लोक कल्याण मार्ग में बैठे हेडलाइन प्रबंधन के गुरु (प्रधानमंत्री) द्वारा तय किया गया है.’

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, जयराम रमेश ने कहा, ‘इसका कोई असर नहीं होगा. एक मिलिंद देवड़ा जाएंगे, लेकिन लाखों अन्य मिलिंद देवड़ा हमारे साथ आएंगे. इससे हमारे संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.’

उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने (देवड़ा) मुझे शुक्रवार (12 जनवरी) सुबह 8:52 बजे मैसेज किया था. फिर दोपहर 2:47 बजे मैंने जवाब दिया, ‘क्या आप स्विच करने की योजना बना रहे हैं?’ 2:48 बजे उन्होंने मैसेज भेजा, ‘क्या आपसे बात करना संभव नहीं है?’ मैंने कहा कि मैं आपको कॉल करूंगा और 3:40 पर मैंने उनसे बात की. उन्होंने (देवड़ा) कहा कि उन्हें चिंता है कि यह मौजूदा शिवसेना की सीट है, वह राहुल गांधी से मिलना चाहते थे और उन्हें इस सीट के बारे में बताना चाहते थे और यह भी चाहते थे कि मैं इस बारे में राहुल गांधी से बात करूं. जाहिर है ये सब एक तमाशा था और उन्होंने जाने का मन बना लिया था. उनके पार्टी छोड़ने की घोषणा का समय स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित किया गया है.’

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से डर गई है.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा अफवाह फैला रही है कि कांग्रेस विभाजित हो जाएगी. अब भाजपा और उसके सहयोगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा से ध्यान भटकाने के लिए दो बार हारे हुए उम्मीदवार को अपने साथ ले रहे हैं. यह प्रयास सफल नहीं होगा.’