असम: मुख्यमंत्री ने भाजपा से जुड़ी गतिविधियों और शादियों के लिए चार्टर्ड फ्लाइट पर ख़र्चा सरकारी पैसा

2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा राष्ट्रीय नेतृत्व के क़रीबी माने जाते हैं और अक्सर देश के विभिन्न राज्यों में पार्टी का प्रचार करते दिखते हैं. अब एक आरटीआई के जवाब में सामने आया है कि पार्टी के काम से संबंधित ऐसे दौरों का ख़र्चा राज्य सरकार वहन करती रही है.

असम और असम के बाहर हुए विभिन्न आयोजनों में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा (फोटो साभार: ट्विटर/@himantabiswa)

2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा राष्ट्रीय नेतृत्व के क़रीबी माने जाते हैं और अक्सर देश के विभिन्न राज्यों में पार्टी का प्रचार करते दिखते हैं. अब एक आरटीआई के जवाब में सामने आया है कि पार्टी के काम से संबंधित ऐसे दौरों का ख़र्चा राज्य सरकार वहन करती रही है.

असम और असम के बाहर हुए विभिन्न आयोजनों में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा (फोटो साभार: ट्विटर/@himantabiswa)

यह रिपोर्ट द वायर और गुवाहाटी के न्यूज़ पोर्टल द क्रॉसकरंट द्वारा साझेदारी में की गई है.

गुवाहाटी/नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने राज्य के अंदर-बाहर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रचार करने के लिए हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड विमानों को किराए पर लेने के लिए राज्य सरकार की करोड़ों रुपये की धनराशि का इस्तेमाल किया. यह जानकारी एक सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के जवाब में असम सरकार ने दी है दिखाया, जो प्रथमदृष्टया चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.

26 अगस्त, 2022 को द क्रॉसकरंट  द्वारा दायर आरटीआई आवेदन के जवाब से यह भी पता चलता है कि शर्मा ने पार्टी की बैठकों के अलावा कई शादियों में शामिल होने के लिए करदाताओं के पैसे से चार्टर्ड विमान किराए पर लिए थे. मालूम हो कि कोई भी सरकार गैर-सरकारी कामों पर सार्वजनिक धन खर्च नहीं कर सकती ही. ‘गैर-आधिकारिक कामों’ में स्पष्ट रूप से पार्टी-संबंधित गतिविधियां और निजी समारोहों में भाग लेना शामिल है, जिन पर होने वाले खर्च का भुगतान सार्वजनिक धन से नहीं किया जा सकता.

बीते साल सितंबर में हिमंता शर्मा सरकार ने विधानसभा में दावा किया था कि चार्टर्ड विमानों को किराए पर लेने पर खर्च किया गया पैसा केवल सरकारी कार्यक्रमों के लिए था.

शुरुआत में, राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने अगस्त 2022 में दायर आरटीआई आवेदन का जवाब नहीं दिया, जिसमें सरकार के ऐसे खर्चों के बारे में जानकारी मांगी गई थी. 30 सितंबर, 2023 को, विभाग के अवर सचिव और राज्य लोक सूचना अधिकारी प्रदीप शर्मा ने राज्य सूचना आयोग के 8 अगस्त, 2023 को द क्रॉसकरंट की अपील का जवाब देते हुए ऐसा करने का निर्देश देने के बाद ही कुछ जानकारी साझा की.

हालांकि आरटीआई आवेदन में 10 मई, 2021 से जवाब दिए जाने तक की अवधि के इस तरह के खर्चों का विवरण मांगा गया था, लेकिन आयोग के निर्देश के बावजूद विभाग में आंशिक जानकारी दी.

इसके अलावा पत्रकारों ने असम पर्यटन विकास निगम (एटीडीसी) में एक अलग आरटीआई आवेदन दिता था, जो विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के इस्तेमाल के लिए चार्टर्ड उड़ानों को किराए पर लेने से संबंधित है क्योंकि ऐसी सेवाएं राज्य प्रशासन द्वारा एटीडीसी के माध्यम से कराई जाती हैं. तीन महीने बीत जाने के बावजूद एटीडीसी ने अभी तक जवाब नहीं दिया है.

यह आरटीआई अधिनियम 2005 का उल्लंघन है जिसमें कहा गया है कि प्रथम अपीलीय प्राधिकारी के रूप में नामित अधिकारियों को 30 दिनों के भीतर आरटीआई में पूछे गए सवालों का जवाब देना होगा.

आचार संहिता का उल्लंघन!

निर्वाचन आयोग की आदर्श आचार संहिता के खंड 7 (ए) के अनुसार, ‘मंत्री अपने आधिकारिक दौरे को चुनाव प्रचार कार्य के साथ नहीं जोड़ेंगे और चुनाव प्रचार के दौरान आधिकारिक मशीनरी या कर्मियों का इस्तेमाल भी नहीं करेंगे.’

खंड 7 (बी) में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ‘आधिकारिक विमान, वाहन, मशीनरी और कर्मियों सहित सरकारी परिवहन का उपयोग सत्ताधारी पार्टी के हित को आगे बढ़ाने के लिए नहीं किया जाएगा.’

हालांकि, सरकार द्वारा दी की गई जानकारी, आंशिक रूप से, और शर्मा के स्वयं के सोशल मीडिया हैंडल पर मौजूद फोटोग्राफ बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के सहयोगियों के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए असम सरकार द्वारा वित्त पोषित हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके कम से कम पांच बार संहिता का उल्लंघन किया है.

उदहारण के लिए- आरटीआई जवाब के अनुसार, शर्मा ने 17 अक्टूबर, 2021 को गुवाहाटी से तामुलपुर और वापस जाने के लिए राज्य द्वारा फंड किए गए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया. उस दिन, शर्मा को भाजपा सहयोगी, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के एक उम्मीदवार – जोलेन डिमरी – के लिए प्रचार करते देखा गया था, जो तमुलपुर की विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रहे थे.

इसी तरह, अगले दिन, 18 अक्टूबर, 2021 को, शर्मा ने गुवाहाटी से गोसाईगांव तक की यात्रा के लिए फिर से राज्य सरकार के खर्चे वाले हेलीकॉप्टर का उपयोग किया. उस दिन, उन्होंने असम के ऑल आदिवासी स्टूडेंट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष जस्टिन लाकड़ा को श्रद्धांजलि देने के लिए हुई स्मृति बैठक में हिस्सा लिया था. इसी दिन शर्मा ने कटि बिहू उत्सव के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे.

आरटीआई जवाबों में जिक्र की गई तारीखों से पता चलता है कि शर्मा ने दिल्ली नगर निगम चुनावों सहित राज्य के बाहर भी भाजपा के लिए प्रचार करने के लिए सरकारी धन का इस्तेमाल किया.

30 जनवरी, 2023 को शर्मा ने एक बार फिर त्रिपुरा जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा फंड की गई चार्टर्ड फ्लाइट ली, जहां वे विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी के नेता और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा द्वारा बारदौली निर्वाचन क्षेत्र में नामांकन पत्र दाखिल करने में उनके साथ देखे गए थे.

शर्मा को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता है और वह पार्टी के स्टार प्रचारक हैं. वे अक्सर भाजपा के क्षेत्रीय नेताओं के नामांकन पत्र दाखिल करते समय मौजूद रहते हैं. उन्हें हाल ही में कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के लिए चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए भी देखा गया था.

शर्मा चार्टर्ड फ्लाइट्स से ही पार्टी के लिए उन अभियानों यात्राओं पर गए हैं. लेकिन उनकी सरकार द्वारा दी गई जानकारी से यह स्पष्ट नहीं होता है कि उन यात्राओं के लिए पैसा किसने भरा.

21 फरवरी, 2023 को शर्मा को नगालैंड में भाजपा के शीर्ष नेता तेमजेन इमा अलोंग के लिए प्रचार करते देखा गया था. चूंकि असम सरकार ने आंशिक रूप से मुख्यमंत्री के लिए चार्टर्ड उड़ानों की किराये की जानकारी दी थी, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि हेलीकॉप्टर द्वारा पड़ोसी राज्य की पार्टी गतिविधि वाली उस यात्रा का खर्च किसने वहन किया.

शादी समारोहों में चार्टर्ड फ्लाइट से पहुंचे

आरटीआई जवाब में दी गई तारीखें, जिस पर राज्य सरकार ने चार्टर्ड विमान/हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए थे, यह भी दिखाते हैं कि शर्मा ने पांच शादी समारोहों में भाग लेने के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया था.

इसमें 11 नवंबर, 2022 को नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफू रियो की बेटी की शादी भी शामिल है. आरटीआई जवाब से पता चला कि नगालैंड की यात्रा पर असम सरकार ने 14,08,562 रुपये खर्च किए थे.

31 जनवरी, 2023 को शर्मा ने लखनऊ जाने के लिए असम सरकार द्वारा फंड की गई चार्टर्ड फ्लाइट ली थी. उस दिन, मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया हैंडल पर उन्हें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की बेटी की शादी में शामिल होते हुए देखा जा सकता है. उस यात्रा पर सरकारी खजाने से 23,43,750 रुपये खर्च हुए थे.

20 जनवरी, 2022 को मुख्यमंत्री शर्मा ने आधिकारिक काम पर गुवाहाटी से हाफलोंग की यात्रा के लिए एक चार्टर्ड फ्लाइट किराए पर ली थी, लेकिन गुवाहाटी लौटने के बजाय, उन्होंने ह अपने पार्टी के सहयोगी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित डिमोरिया का चक्कर लगाने का विकल्प चुना.

मालूम हो कि चार्टर्ड फ्लाइट का बिल प्रति घंटे की दर से लिया जाता है.

सरकारी खर्चे पर पार्टी बैठकों में शामिल हुए

असम सरकार द्वारा दिए गए जवाबों के अनुसार, 22 सितंबर, 2021 और 24 जनवरी, 2023 के बीच शर्मा ने भाजपा की बैठकों में भाग लेने के लिए कम से कम सात बार सरकारी खर्चे पर चार्टर्ड फ्लाइट लीं, जिसमें 9 जनवरी, 2022 को हैदराबाद में हुई एक बैठक भी शामिल थी.

द क्रॉसकरंट को दिए गए आरटीआई जवाबों से मेल खाने वाली तारीखों से पता चला कि शर्मा ने असम में हुई पांच पार्टी बैठकों में सार्वजनिक धन का इस्तेमाल कर भाग लिया था. वे 22 सितंबर, 2021 को गुवाहाटी के पास अमिंगांव में थे; 25 नवंबर, 2021 को बोंगाईगांव में; 10 दिसंबर, 2021 और 24 जनवरी, 2023 को मोरीगांव में; और 5 फरवरी, 2022 को गोलाघाट में.

22 सितंबर, 2021 को शर्मा राज्य सरकार द्वारा छापे के दौरान जब्त किए गए गैंडे के सींगों के भंडार को नष्ट करने के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बोकाखाट में थे. गुवाहाटी लौटने के बजाय उन्होंने पार्टी की बैठक में भाग लेने के लिए अमिंगांव का रुख किया.

24 नवंबर, 2021 को, जब शर्मा राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में भाग लेने के लिए बोंगाईगांव में थे, वे अगले दिन पार्टी की बैठक में भाग लेने के लिए रात भर रुके. इस कार्यक्रम में पार्टी के असम अध्यक्ष भाबेश कलिता की मौजूदगी में पार्टी के बोंगाईगांव जिला कार्यालय का उद्घाटन भी शामिल था . 25 नवंबर 2021 को उन्हें चार्टर्ड हेलीकॉप्टर से बोंगाईगांव से गुवाहाटी के लिए निकलते देखा गया था.

20 दिसंबर, 2021 को शर्मा मोरीगांव कॉलेज के नवनिर्मित विज्ञान भवन का उद्घाटन करने के लिए मोरीगांव गए थे, जहां उनके यात्रा कार्यक्रम में भाजपा की युवा शाखा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेना भी शामिल था.

आधी-अधूरी जानकारी

सितंबर 2023 में राज्य सरकार द्वारा असम विधानसभा को दी गई जानकारी में कहा गया था कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए प्रशासन द्वारा हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड विमानों को किराए पर लेने पर कुल खर्च 34,13,42,303 रुपये था. जैसा कि ऊपर बताया गया है, सरमा सरकार के लिखित उत्तर में भी स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यह राशि केवल सरकारी गतिविधियों के लिए खर्च की गई थी.

हालांकि, सामान्य सूचना विभाग द्वारा द क्रॉसकरंट को दी गई आंशिक जानकारी से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विशेष विमानों को किराए पर लेने पर खर्च की गई राशि 19,74,62,659 रुपये थी. विधानसभा को दिए गए डेटा और आरटीआई जवाब में साझा किए गए डेटा के बीच 14,38,79,644 रुपये का अंतर है.

कर्ज में डूबे असम पर पड़ा बोझ

असम सरकार के आरटीआई जवाब से पता चला है कि उसने असम में शीर्ष नेता के लिए चार्टर्ड फ्लाइटों पर करोड़ों रुपये खर्च किए थे. इस बीच, आधिकारिक डेटा राज्य की डांवाडोल वित्तीय स्थिति को उजागर करता है.

दिसंबर में ऑनलाइन अपलोड किए गए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, जब तक तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी, तब तक असम सरकार पर 41,963 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था. राज्य में भाजपा शासन के पिछले आठ वर्षों में यह राशि खासी बढ़ गई है. वित्तीय वर्ष 2022-23 तक राज्य की वित्तीय देनदारियां लगभग तीन गुना बढ़कर 1,26,281.4 करोड़ रुपये थीं.

इस दर से 2024 के अंत तक असम की कुल बकाया वित्तीय देनदारियां बढ़कर 1,50,900 करोड़ रुपये हो सकती हैं.

(इस पूरी रिपोर्ट को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)