मुंबई: शिवसेना यूबीटी से जुड़े नेता की फेसबुक लाइव के दौरान हत्या, हमलावर ने ख़ुद भी जान दी

मृतक की पहचान शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे 41 वर्षीय अभिषेक घोसालकर के रूप में हुई है. एक फेसबुक लाइव के दौरान व्यवसायी मौरिस नोरोन्हा ने उन पर गोली चला दी थी. इसके बाद उन्होंने ख़ुद को भी गोली मारकर जान दे दी. दोनों के बीच विवाद था और लाइव के दौरान दोनों ने विवाद ख़त्म होने की बात कही थी.

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अभिषेक घोसालकर. (फोटो साभार: फेसबुक)

मृतक की पहचान शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे 41 वर्षीय अभिषेक घोसालकर के रूप में हुई है. एक फेसबुक लाइव के दौरान व्यवसायी मौरिस नोरोन्हा ने उन पर गोली चला दी थी. इसके बाद उन्होंने ख़ुद को भी गोली मारकर जान दे दी. दोनों के बीच विवाद था और लाइव के दौरान दोनों ने विवाद ख़त्म होने की बात कही थी.

अभिषेक घोसालकर. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व नगरसेवक और पार्टी के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर (41 वर्ष) की गुरुवार (8 फरवरी) शाम को फेसबुक लाइव के दौरान उपनगरीय मुंबई के बोरीवली में कथित तौर पर उनके पुराने प्रतिद्वंद्वी मौरिस नोरोन्हा (49 वर्ष) ने गोली मारकर हत्या कर दी.

मौरिस ने बाद में खुद को भी गोली मारकर जान दे दी.

अभिषेक और बोरीवली के व्यवसायी मौरिस ने हाल ही में समझौता किया था. इंडिया टुडे के अनुसार, दोनों अपनी दुश्मनी खत्म होने और मुंबई के उपनगर बोरीवली की आईसी कॉलोनी के विकास के लिए हाथ मिलाने का जश्न मनाने के लिए फेसबुक लाइव कर रहे थे.

यह घटना ठाणे गोलीबारी की घटना के एक हफ्ते बाद हुई है, जहां कल्याण (ई) से भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने उल्हासनगर के एक पुलिस स्टेशन के अंदर शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के पदाधिकारी महेश गायकवाड़ पर गोली चला दी थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को गोली लगने के तुरंत बाद अभिषेक को पास के करुणा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘अभिषेक और मौरिस दोनों ने चोटों के कारण दम तोड़ दिया. हम बाद में अधिक जानकारी साझा करेंगे.’

उनके मुताबिक, दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं.

चूंकि घटना के समय दोनों फेसबुक लाइव पर थे, इसलिए इसका वीडियो वायरल हो गया और अभिषेक पर कुल पांच गोलियां चलने की बात सुनी गई. गोलियां अभिषेक की पसलियों के नीचे पीठ और शरीर के अन्य हिस्सों में लगीं.

लाइव के चार मिनट 26 सेकंड के वीडियो में दोनों आराम से बात करते हुए और अपने दर्शकों को बताते हुए दिखाई दिए कि उन्होंने अपने सभी पुराने विवादों को सुलझा लिया है और उनके बीच अच्छे संबंध हैं.

इस दौरान मौरिस ने कहा, ‘आज हमने एक साथ आने और एकजुट होने का फैसला किया है. हमने साड़ी और राशन एक साथ बांटने का फैसला किया है.’

वहीं, अभिषेक ने कहा था, ‘जनता की भलाई के लिए मिलकर काम करना एक अच्छा निर्णय है. हम 300 कामकाजी और जरूरतमंद महिलाओं को साड़ी बांट रहे हैं. हम मिलकर काम करेंगे और कांदरपाड़ा के लोगों की सेवा करेंगे. हमने इस नए साल पर यह संकल्प लिया है, जो हमारी दोस्ती और सहयोग की एक नई शुरुआत है.’

जैसे ही लाइव खत्म हुआ और अभिषेक उठे और मौरिस ने कथित तौर पर पांच गोलियां चला दीं, वीडियो में जिसकी आवाज सुनाई देती है.

घटना को लेकर शिवसेना (यूबीटी) विधायक और नेता आदित्य ठाकरे ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘राज्य में गुंडों की सरकार है. राज्य में कोई कानून व्यवस्था नहीं है. पहले कल्याण में गोलीबारी हुई और अब मुंबई में.’

सोशल साइट एक्स पर उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में ऐसी अराजकता पहले कभी नहीं देखी गई. कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को आज की तरह विफल होते देखना शब्दों से परे चौंकाने वाला है. क्या आम आदमी की सुरक्षा के लिए कोई सिस्टम मौजूद है? क्या कानून का डर मौजूद है? प्रशासन पूरी तरह से नदारद हो गया है.’

गृह विभाग संभाल रहे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग करते हुए शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, ‘महाराष्ट्र में गैंगस्टरों का राज है. मुख्यमंत्री और उनके लोग रोज गुंडों से मिलते हैं और उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करते हैं. गृह मंत्री गायब हो गए हैं और राज्य गैंगस्टरों के हाथों में है, इसीलिए कानून का कोई डर नहीं है और पुलिस को शिंदे गिरोह की सेवा करने के लिए छोड़ दिया गया है.’

शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी विलास पोटनिस ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मौरिस और अभिषेक के बीच विवाद का इतिहास रहा है.

उन्होंने दावा किया, ‘अभिषेक और मौरिस के बीच पहले भी विवाद था, लेकिन हाल ही में उनका विवाद सुलझ गया था. मौरिस ने अभिषेक को अपने कार्यालय (आईसी कॉलोनी क्षेत्र में) में एक साड़ी वितरण समारोह में बुलाया था. कार्यक्रम के दौरान वह उन्हें अपने केबिन के अंदर ले गए और किसी विवाद पर गोली मार दी. उन्होंने अपनी रिवॉल्वर से गोलियां चलाईं. बाद में उन्होंने खुद को भी गोली मार ली.’

सूत्रों ने कहा कि अभिषेक एक पूर्व पार्षद थे, वहीं मौरिस की भी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं और उन्हें अक्सर राजनीतिक नेताओं के साथ देखा जाता था. कुछ समाचारों में अभिषेक को शिवसेना (यूबीटी) का नेता बताया गया है.

मौरिस पर कई आपराधिक मामले चल रहे थे. पुलिस ने कहा कि प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि मौरिस ने घटना की योजना बनाई थी और अभिषेक को मारने के लिए ही उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया था. इससे पहले अभिषेक ने एक विवाद को लेकर मौरिस के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी.