केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सीएए नागरिकता प्रदान करने के लिए लाया गया है, न कि ‘किसी की नागरिकता छीनने’ के लिए. हमारे देश में अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से हमारे मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है. सीएए किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता, क्योंकि क़ानून में इसका कोई प्रावधान नहीं है.
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अधिसूचित और लागू किया जाएगा.
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर सीएए लागू करने के अपने वादे से पीछे हटने का आरोप लगाया.
शाह ने ईटी नाउ ग्लोबल समिट 2024 में कहा, ‘सीएए कांग्रेस सरकार का वादा था. जब देश का विभाजन हुआ और उन देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ, तो कांग्रेस ने शरणार्थियों को आश्वासन दिया था कि भारत में उनका स्वागत है और उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शाह ने जोर देकर कहा कि सीएए नागरिकता प्रदान करने के लिए लाया गया है, न कि ‘किसी की नागरिकता छीनने’ के लिए.
उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से हमारे मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है. सीएए किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता, क्योंकि कानून में इसका कोई प्रावधान नहीं है. सीएए बांग्लादेश और पाकिस्तान में प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने वाला एक अधिनियम है.’
2019 में मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए सीएए का उद्देश्य हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है, जो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से चले गए और 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आ गए थे.
इस बीच आगामी चुनावों के बारे में बोलते हुए शाह ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में लौटेगी, जिसमें भाजपा को 370 सीटें और एनडीए को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी.
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कोई सस्पेंस नहीं है और यहां तक कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को भी एहसास हो गया है कि उन्हें फिर से विपक्षी बेंच में बैठना होगा.
उन्होंने कहा, ‘हमने (संविधान के अनुच्छेद 370 को, जो पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था) निरस्त कर दिया है. इसलिए हमें विश्वास है कि देश की जनता भाजपा को 370 सीटों और एनडीए को 400 से अधिक सीटों का आशीर्वाद देगी.’