कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी और इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के कांग्रेस के रुख़ की आलोचना की थी. पिछले कुछ समय से वह कांग्रेस नेतृत्व के कुछ फैसलों की आलोचना करते रहे हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने बीते शनिवार (10 फरवरी) को आचार्य प्रमोद कृष्णम को ‘अनुशासनहीनता’ और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयान देने के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया.
हाल ही में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी और इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के कांग्रेस के रुख की आलोचना की थी. कृष्णम ने कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘अनुशासनहीनता और बार-बार पार्टी के खिलाफ बयान देने की शिकायतों के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.’
कृष्णम ने इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की थी और उन्हें 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में आमंत्रित किया था.
पिछले कुछ समय से वह कांग्रेस नेतृत्व के कुछ फैसलों की आलोचना कर रहे हैं, जिसमें 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में भाग नहीं लेना भी शामिल है.