गुजरात विधानसभा में भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बताया कि पिछले दो वर्षों में कुल 29 ज़िलों में 2,38,978 शिक्षित बेरोज़गारों को पंजीकृत किया गया है, जबकि 10,757 आंशिक रूप से शिक्षित बेरोज़गारों को पंजीकृत किया गया है, जिससे शिक्षित बेरोज़गारों की संख्या 2,49,735 हो गई है.
नई दिल्ली: सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि गुजरात में 2.38 लाख शिक्षित लोग बेरोजगार हैं और उन्होंने रोजगार के लिए विभिन्न विभागों में अपना पंजीकरण कराया है. इससे भी अधिक गंभीर संख्या यह है कि पिछले दो वर्षों में राज्य में केवल 32 युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ये आंकड़े गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायकों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सामने आया.
जवाब में भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कुल 29 जिलों में 2,38,978 शिक्षित बेरोजगारों को पंजीकृत किया गया है, जबकि 10,757 आंशिक रूप से शिक्षित बेरोजगारों को पंजीकृत किया गया है, जिससे शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 2,49,735 हो गई है.
सरकारी नौकरी पाने वाले 32 लोगों में से 22 अहमदाबाद में, 9 भावनगर में और एक गांधीनगर के थे.
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत ने विधानसभा को बताया कि आणंद में सबसे अधिक 21,633 बेरोजगार हैं, इसके बाद वडोदरा में 18,732 और अहमदाबाद में 16,400 हैं.
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