मध्य प्रदेश: मैहर में संदिग्ध खसरे से दो बच्चों की मौत और 17 अन्य संक्रमित पाए गए

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 14 और 16 फरवरी को दो बच्चों, जिनमें से एक सात साल का था, की संदिग्ध खसरे से मौत हो गई. इसके बाद तीन दिन के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. ज़िला कलेक्टर ने प्रभावित इलाकों में किसी भी समारोह में बच्चों के इकट्ठा होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pixabay)

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 14 और 16 फरवरी को दो बच्चों, जिनमें से एक सात साल का था, की संदिग्ध खसरे से मौत हो गई. इसके बाद तीन दिन के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. ज़िला कलेक्टर ने प्रभावित इलाकों में किसी भी समारोह में बच्चों के इकट्ठा होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pixabay)

नई दिल्ली: एक स्वास्थ्य अधिकारी ने सोमवार को कहा कि मध्य प्रदेश के मैहर जिले में संदिग्ध खसरे से दो बच्चों की मौत हो गई है और 17 लोग इससे संक्रमित हैं, जिसके कारण जिला प्रशासन के अधिकारियों ने 8 गांवों में सभी स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने बताया कि बीमारी को और फैलने से रोकने के लिए एक मेडिकल टीम तैनात की गई है.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) एलके तिवारी ने कहा, ‘14 और 16 फरवरी को दो बच्चों, जिनमें से एक सात साल का था, की संदिग्ध खसरे से मौत हो गई. आठ गांवों में 17 अन्य बच्चे संक्रमित पाए गए हैं.’

उन्होंने बताया कि संक्रमित बच्चों में से सात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

अधिकारी ने कहा कि एक रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने 8 प्रभावित गांवों में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को सोमवार से तीन दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है और इन गांवों के 5 किमी के दायरे में बस्तियों का सर्वेक्षण करने को कहा है.

उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने प्रभावित इलाकों में किसी भी समारोह में बच्चों के इकट्ठा होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

उन्होंने बताया कि संक्रमित बच्चों के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेज दिए गए हैं. अधिकारी ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक टीम के भी प्रभावित गांवों का दौरा करने की उम्मीद है.

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला कलेक्टर रानी बाटड ने बताया कि तीन गांवों – खेरवा कलां, सेमरा और बुडागर में बच्चे बुखार और शरीर के अंगों पर चकत्ते से प्रभावित थे.

कलेक्टर ने बताया कि उन्होंने 17 फरवरी को इन गांवों का दौरा किया था और वहां प्रकोप जैसी कोई स्थिति नहीं है. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मोबाइल टीमों सहित चिकित्सा शिविरों को सेवा में लगाया गया है. उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. मृतकों में से एक की पहचान यश कोरी के रूप में हुई है.