बिहार: तेजस्वी यादव ने ‘जन विश्वास यात्रा’ की शुरुआत की, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज़ कसा

‘जन विश्वास यात्रा’ की शुरुआत करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास राज्य के लोगों के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है. उनके पास हमें छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस जाने का कोई उचित कारण भी नहीं था. वे जनादेश को अपने पैर की जूती समझते हैं.

तेजस्वी यादव. (फोटो साभार: फेसबुक)

‘जन विश्वास यात्रा’ की शुरुआत करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास राज्य के लोगों के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है. उनके पास हमें छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस जाने का कोई उचित कारण भी नहीं था. वे जनादेश को अपने पैर की जूती समझते हैं.

तेजस्वी यादव. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार (20 फरवरी) को बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला, जिनके नवीनतम पलटवार ने उनकी पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई और उनसे उप-मुख्यमंत्री का पद छीन गया.

तेजस्वी ने 11 दिनों तक चलने वाली ‘जन विश्वास यात्रा’ के आरंभ स्थल मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होने से पहले पटना स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात की. इस यात्रा के दौरान वह राज्य के सभी 38 जिलों की यात्रा करेंगे.

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 17 महीने तक नीतीश के नेतृत्व वाली जदयू के साथ गठबंधन में राज्य के उप-मुख्यमंत्री रहे तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार के पास राज्य के लोगों के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है. उनके पास हमें छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस जाने का कोई उचित कारण भी नहीं था. वे जनादेश को अपने पैर की जूती समझते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘बिहार के लोग राजद पर अपना प्यार बरसा रहे हैं, यही कारण है कि यह लंबे समय से विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी रही है. मैं उनसे आग्रह करने जा रहा हूं कि वे हमें और भी मजबूती से समर्थन दें, ताकि हम उनके लिए काम कर सकें.’

अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के साथ मौजूद तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें अपने पिता की क्षमता, मां की ममता और पत्नी राजश्री के समर्थन से ताकत मिल रही है.

इस दौरान राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा, ‘मेरा आशीर्वाद उस लड़के के साथ है, जिसने बहुत मेहनत की है. वह अपना लक्ष्य हासिल कर ले.’

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने हमारे साथ जो किया वह अनुचित था. वह हमेशा भागते हैं. हम कभी साझेदारी नहीं तोड़ते.’

मुजफ्फरपुर के बाद तेजस्वी यादव का दिन के दौरान सीतामढ़ी और शिवहर में दो और सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है. उनका रात्रि विश्राम मोतिहारी में होगा.

इससे पहले सोमवार (19 फरवरी) रात को उन्होंने फेसबुक लाइव के दौरान नीतीश कुमार को ‘पुराने जमाने का नेता कहा, जो अपनी कुर्सी खुद ही छोड़ देंगे तो बेहतर होगा’.

तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘बिहार को स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत है. नीतीश कुमार ने अपने ढुलमुल रवैये और लीक से हटकर सोचने में असमर्थता से दिखाया है कि उनमें इन दोनों का अभाव है.’

उन्होंने दावा किया, ‘फिर भी जिन 17 महीनों में हमने सत्ता साझा की, हमने उन्हें राजद की 10 लाख सरकारी नौकरियां पैदा करने की प्रतिज्ञा के आलोक में साहसिक निर्णय लेने के लिए मजबूर किया. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रेरणा लेनी पड़ी और उन्होंने रोजगार मेलों का आयोजन किया.’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज करते हुए राजद नेता तेजस्वी बोले, ‘वह अपनी पार्टी जदयू की गिरावट से असहज हैं और ऐसी अफवाह है कि वह विधानसभा को जल्दी भंग करना चाहते हैं. उनका मानना है कि अगर राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ चुनाव होते हैं, तो इससे उन्हें अपनी पार्टी की किस्मत को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी.’

विशेष रूप से बिहार विधानसभा का कार्यकाल 2025 के अंत में समाप्त हो रहा है. 243 सदस्यीय सदन में जदयू के पास केवल 45 सदस्य हैं.

तेजस्वी ने कहा, ‘हमें इस बात की चिंता नहीं है कि नीतीश कुमार क्या करने जा रहे हैं, लेकिन इस जन विश्वास यात्रा के माध्यम से हम बिहार के लोगों तक पहुंचना चाहते हैं और उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि चाहे कुछ भी हो, हम उनके साथ हैं.’

जन विश्वास यात्रा का समापन 1 मार्च को होगा.