कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 95 फीसदी मामले विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ दर्ज किए हैं, लेकिन सज़ा की दर सिर्फ़ 1 प्रतिशत है. इसका मतलब है कि ईडी का इस्तेमाल चरित्र हनन और विपक्ष की आवाज़ को कुचलने के लिए किया जा रहा है. सचिन पायलट ने देश में बेरोज़गारी को लेकर भी सरकार पर हमला बोला.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बीते मंगलवार (20 फरवरी) को आरोप लगाया कि केंद्र विपक्षी नेताओं के ‘चरित्र हनन’ और उनकी आवाज को कुचलने के लिए ईडी जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहा है.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने देश में बेरोजगारी को लेकर भी सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘ईडी ने 95 फीसदी मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ दर्ज किए हैं, लेकिन सजा की दर सिर्फ 1 प्रतिशत है. इसका मतलब है कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का इस्तेमाल चरित्र हनन और विपक्ष की आवाज को कुचलने के लिए किया जा रहा है.’
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में किसानों का विरोध प्रदर्शन सरकार की नीति और मंशा की समस्या को रेखांकित करता है.
पायलट ने कहा, ‘सरकार की नीतियों के कारण देश की संपत्ति चुनिंदा लोगों के हाथों में चली गई है.’