प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस की झड़प में एक किसान की मौत समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार को खनौरी सीमा पर हरियाणा पुलिस के साथ झड़प के बाद 24 वर्षीय एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत हो गई. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मृतक का नाम शुभ करण सिंह था. अस्पताल ने उनकी मौत की पुष्टि की है. पुष्टिकरण से पहले हरियाणा पुलिस ने दोपहर में किसी भी किसान की मौत न होने की बात कही थी. पुलिस ने एक्स पर घोषणा की थी कि यह सिर्फ एक अफवाह है, दाता सिंह-खनौरी सीमा पर दो पुलिसकर्मी और एक प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि प्रदर्शनकारी की मौत सिर में चोट लगने से हुई है.

किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा के फतेहाबाद जिले में टोहाना सीमा पर तैनात एक पुलिसकर्मी की बीमार पड़ने के बाद मंगलवार शाम मौत हो गई. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी दी है. ईएसआई विजय कुमार को बीमार पड़ने पर अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. इससे पहले 16 फरवरी को पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर तैनात जीआरपी सब-इंस्पेक्टर हीरालाल की भी ‘खराब स्वास्थ्य’ के चलते मौत हो गई थी. शंभू सीमा पर ही तैनात ईएसआई कौशल कुमार की भी मंगलवार को बीमार पड़ने से मौत हो गई थी.

इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन की घोषणा की है. द हिंदू के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में सपा ने राज्य की 80 में से 17 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं. कांग्रेस रायबरेली, अमेठी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी समेत कानपुर शहर, फतेहपुर सीकरी, बासगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया मे चुनाव लड़ेगी. सीट बंटवारे की घोषणा लखनऊ में कांग्रेस-सपा ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में की. वहीं, मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से सपा केवल एक खजुराहो सीट पर चुनाव लड़ेगी.

जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट ने ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक द्वारा अपनी कैद को अवैध बताते हुए दायर की गई बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन को ‘अंतिम अवसर’ प्रदान किया है. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के साथ ही फारूक को 5 अगस्त 2019 को हिरासत में ले लिया गया था. अपनी ‘मनमानी और अवैध’ हिरासत को चुनौती देते हुए पिछले साल सितंबर में उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया था. अदालत ने मीरवाइज की याचिका पर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन को 2 फरवरी तक का समय दिया था, लेकिन उसकी ओर से कोई जवाब नहीं आया.

प्रख्यात न्यायविद् और वरिष्ठ अधिवक्ता फली एस. नरीमन का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया. नरीमन ने अपने 70 साल के करियर में कई ऐतिहासिक मामलों पर बहस की, पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में और फिर सुप्रीम कोर्ट में. मई 1972 में उन्हें भारत का अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया, लेकिन जब जून 1975 में इंदिरा गांधी सरकार ने आपातकाल लागू किया तो उन्होंने विरोध में इस्तीफा दे दिया था. उन्हें 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस्लामाबाद में मंगलवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साथ एक समझौते पर पहुंची है. डीडब्ल्यू के मुताबिक, उन्होंने कहा कि उनके बगल में बैठे पीएमएल-एन से पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वे संसदीय चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बाद पीपीपी के साथ गठबंधन करेंगे. हालिया संपन्न पाकिस्तान के आम चुनावों में पीएमएल-एन और पीपीपी तकनीकी रूप से दो सबसे बड़ी पार्टियां बनकर उभरी थीं, जिनके पास क्रमशः 79 सीटें और 54 सीटें हैं.