हरियाणा के पशुपालन मंत्री ने पदक विजेता महिला मुक्केबाज़ों को इनाम में गाय देने का कहा

पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, ​​​​‘देसी गाय का दूध न सिर्फ़ ख़ूबसूरती देता है बल्कि दिमाग भी बढ़ाता है.​​​​’

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पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, ‘देसी गाय का दूध न सिर्फ़ ख़ूबसूरती देता है बल्कि दिमाग भी बढ़ाता है.’

World Youth Women Wrestling Championship AIBA
(फोटो साभार: इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन/एआईबीए)

विश्‍व महिला युवा बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीतने वाली हरियाणा की छह मुक्केबाज़ों को बुधवार को रोहतक में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह में शामिल हुए राज्‍य के पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा इन मुक्केबाज़ों को इनाम के तौर पर देसी गाय दी जाएगी.

एनडीटीवी इंडिया की ख़बर के मुताबिक में देश के लिए पदक जीतने वाली हरियाणा की छह मुक्केबाजों के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. गुवाहाटी में हुई इस चैंपियनशिप में हरियाणा की चार महिला मुक्केबाज़ों ने स्‍वर्ण पदक हासिल किए, वहीं दो मुक्केबाज़ों ने कांस्‍य पदक पर कब्‍जा जमाया.

हरियाणा की मुक्केबाज़ों की इस उपलब्धि पर रोहतक की नेशनल बॉक्सिंग अकादमी में एक समारोह में राज्‍य के मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने इन्हें सम्मानित किया. इस अवसर पर पदक विजेता बॉक्‍सरों को इनाम के रूप में देसी गाय इनाम देने की घोषणा भी की गई.

विश्‍व महिला युवा बॉक्सिंग चैंपियनशिप 19 नवंबर से 26 नवंबर के बीच गुवाहाटी में आयोजित हुई थी.

प्रतियोगिता में हरियाणा की नीतू ने 48 किलोग्राम, ज्योति गुलिया ने 51 किलोग्राम, साक्षी चौधरी ने 54 किलोग्राम व शशि चोपड़ा ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते जबकि अनुपमा को 81 किलोग्राम व नेहा ने 81 किलोग्राम से अधिक भार वर्ग में कांस्य पदक मिले.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, ‘गाय का दूध भैंस के दूध से ज़्यादा लाभकारी होता है, उसमें वसा कम होता है. गाय बहुत सक्रिय रहती है जबकि भैंस सारा दिन सोती रहती है.’

उन्होंने यह भी कहा, ‘हरियाणा में कहते हैं, ताकत चाहिए तो भैंस का दूध और खूबसूरती व दिमाग चाहिए तो गाय का दूध पीना चाहिए.’  धनखड़ ने आगे कहा, ‘इनाम में दी जाने वाली गाय देसी होंगी जो दिन भर में दस लीटर दूध देने वाली होंगी. सभी विजेता मुक्केबाज़ों के निवास स्थानों के पते को लिख लिया गया है और शीघ्र ही उनके घर गाय को पहुंचाया जाएगा.’