इनेलो हरियाणा अध्यक्ष की हत्या के लिए पार्टी नेता ने मुख्यमंत्री खट्टर को ज़िम्मेदार ठहराया

इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा प्रमुख नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की झज्जर ज़िले में रविवार शाम हत्या कर दी गई. पार्टी नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि इस घटना के लिए वह स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को ज़िम्मेदार मानते हैं. छह महीने पहले जान को ख़तरा होने की जानकारी देने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई थी.

नफे सिंह राठी. (फोटो साभार: फेसबुक)

इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा प्रमुख नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की झज्जर ज़िले में रविवार शाम हत्या कर दी गई. पार्टी नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि इस घटना के लिए वह स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को ज़िम्मेदार मानते हैं. छह महीने पहले जान को ख़तरा होने की जानकारी देने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई थी.

नफे सिंह राठी. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा प्रमुख नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की राज्य के झज्जर जिले में रविवार (25 फरवरी) शाम कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

पूर्व विधायक राठी यात्रा कर रहे थे, जब झज्जर के बहादुरगढ़ कस्बे में हमलावरों ने उनकी एसयूवी पर गोलियां बरसाईं. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, राठी द्वारा सुरक्षा के लिए नियुक्त किए गए तीन निजी बंदूकधारी भी हमले में घायल हो गए है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि पूर्व विधायक राठी और उनकी पार्टी के एक कार्यकर्ता को मृत लाया गया था, जबकि दो अन्य को गोली लगने से घायल होने के कारण आईसीयू में भर्ती कराया गया.

लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुए इस हमले पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है, जिन्होंने भाजपा शासित राज्य में कानून व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इनेलो नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि छह महीने पहले राठी ने लिखित में दिया था कि उनकी जान को खतरा है, लेकिन ‘उन्हें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई.’

उन्होंने दावा किया, ‘मैं इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार मानता हूं, क्योंकि छह महीने पहले नफे सिंह राठी ने मुझे बताया था कि पुलिस ने उन्हें सूचित किया था कि उनकी जान खतरे में है और उन पर कभी भी हमला हो सकता है. मैंने इस बारे में एसपी से बात की थी. उन्होंने एसपी को पत्र लिखा था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और डीजी को इसकी जांच करनी चाहिए और उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, लेकिन उन्हें कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई.’

घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए चौटाला ने कहा, ‘जिन्हें सुरक्षा की आवश्यकता है, उन्हें यह मिल नहीं रही है, इसके बजाय, जो कई मामलों में आरोपी हैं उन्हें यह मिल रही है. इसलिए मैं इस घटना के लिए स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानता हूं. अगर कोई लिखकर दे रहा है कि उसकी जान को खतरा है तो मुख्यमंत्री को जांच करानी चाहिए थी और उसे सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए थी. हम मांग करेंगे कि इसकी सीबीआई जांच हो और आरोपियों को सजा मिले.’

सोमवार को किए गए एक फेसबुक पोस्ट में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पूरा इनेलो परिवार आज बहादुरगढ़ में धरने पर है. हम यहां से हिलेंगे नहीं, जब तक नफे सिंह राठी जी के हत्यारों को पकड़ा नहीं जाता. एफआईआर में दर्ज आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है और जब तक उनके परिजनों को सुरक्षा नहीं मिलती.

उन्होंने कहा, ‘20 घंटे बाद भी उन आरोपियों की गिरफ्तारी न होना, सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करता है. ये वही सरकार है जिसने घटिया राजनीति के चलते नफे सिंह जी को सुरक्षा नहीं दी थी. इस मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद इस सरकार से नहीं की जा सकती, इसीलिए जांच तुरंत सीबीआई को सौंपी जाए.’

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम हमले से जुड़े होने पर उन्होंने कहा कि यह सरकार की ‘खुद को बचाने’ की चाल है. उन्होंने कहा, ‘सरकार लॉरेंस गिरोह का नाम लेकर खुद को बचाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अगर वे जो कह रहे हैं वह सच है तो उन्होंने कोई सुरक्षा क्यों नहीं दी.’

इस बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों को गोलीबारी की घटना पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा.

उन्होंने कहा, ‘मैंने अधिकारियों से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने को कहा है. एसटीएफ भी हरकत में आ गई है. घटना की जांच की जा रही है.’

विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी इस घटना को लेकर मनोहर लाल खट्टर सरकार पर हमला बोला.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, ‘हरियाणा में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर हत्या की खबर बेहद दुखद है. यह राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है. आज राज्य में कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है.’

आम आदमी पार्टी (आप) नेता सुशील गुप्ता ने कहा, ‘हरियाणा में कानून का राज खत्म हो गया है और जंगल राज कायम है. आज हरियाणा में कोई भी सुरक्षित नहीं है.’