जम्मू कश्मीर में ‘इंडिया’ गठबंधन में दरार; सीट शेयरिंग पर महबूबा बोलीं- गठबंधन को मज़ाक बना दिया

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणा की है कि पार्टी कश्मीर घाटी में सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जम्मू क्षेत्र में दो सीटों पर कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए कहा है, जबकि लद्दाख सीट पर उसका और कांग्रेस का सर्वसम्मति वाला उम्मीदवार होगा. हालांकि, पीडीपी अनंतनाग-राजौरी सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी.

उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती. (फोटो: X/@OmarAbdullah और द वायर)

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणा की है कि पार्टी कश्मीर घाटी में सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जम्मू क्षेत्र में दो सीटों पर कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए कहा है, जबकि लद्दाख सीट पर उसका और कांग्रेस का सर्वसम्मति वाला उम्मीदवार होगा. हालांकि, पीडीपी अनंतनाग-राजौरी सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी.

उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती. (फोटो: X/@OmarAbdullah और द वायर)

दिल्ली: जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दलों के गठबंधन पीपुल्स अलायंस ऑफ गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) में दरारें उजागर हो गईं हैं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर गठबंधन को ‘मजाक’ में बदलने का आरोप लगाया है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, यह बयान आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था पर असहमति के बीच आया है.

श्रीनगर स्थित पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का निर्णय ‘निराशाजनक’ है.

मुफ्ती ने कहा, ‘उमर (अब्दुल्ला) ने खुद कहा है कि पीडीपी गठबंधन से बाहर है. आप देख सकते हैं कि गठबंधन किसने तोड़ा है. हमने नहीं तोड़ा. यह अनोखा गठबंधन था, इसे बिखरते देखना निराशाजनक है. उन्होंने पीएजीडी को एक मजाक बनाकर रख दिया है.’

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इससे पहले घोषणा की थी कि पार्टी कश्मीर घाटी में सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस से जम्मू क्षेत्र में दो सीटों पर चुनाव लड़ने को कहा था. पार्टी ने यह भी कहा कि लद्दाख सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का सर्वसम्मति वाला उम्मीदवार होगा.

जम्मू कश्मीर और लद्दाख की छह लोकसभा सीटों में से पीडीपी, जिसे हाल के दिनों में कई बार अपने नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने का सामना करना पड़ा है, कथित तौर पर अनंतनाग-राजौरी सीट से आगामी चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है, जो पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का गृह क्षेत्र है.

इस संबंध में, नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा था कि उस पार्टी को शामिल करने का कोई सवाल ही नहीं उठता जो पिछले चुनाव में दक्षिण कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट पर तीसरे स्थान पर रही थी.

उन्होंने कहा था, ‘पीडीपी तब सीट नहीं जीत सकी जब उसके नेताओं ने पार्टी नहीं छोड़ी थी, अब पार्टी उतनी मजबूत नहीं है, फिर भी वे सीट पर दावा कैसे कर सकते हैं.’

उमर ने कहा कि वे अनंतनाग लोकसभा सीट कांग्रेस को दे सकते हैं अगर पार्टी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी को मैदान में उतारने का फैसला करती है.

गठबंधन को एकजुट रखने के बारे में सवालों को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि सभी दलों को इसके लिए जिम्मेदारियां साझा करने की जरूरत है, जबकि सोशल मीडिया और नेशनल कॉन्फ्रेंस के स्थापना दिवस पर पार्टी को निशाना बनाने के लिए पीडीपी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन धर्म के खिलाफ था.

उमर ने कहा कि छह लोकसभा सीटों पर पीडीपी के लिए बहुत कम जगह है, विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें समायोजित किया जा सकता है.

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुफ्ती ने कहा कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उनसे सलाह ली होती तो उनकी पार्टी, जो घाटी से एक सीट चाहती थी, वह सीट उनके लिए छोड़ देती.

उन्होंने इस फैसले को जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए ‘एक बड़ा झटका’ करार देते हुए कहा, ‘मैं निराश हूं क्योंकि फारूक अब्दुल्ला हमारे साथ हर छोटे मुद्दे पर चर्चा करते थे. आज उन्होंने इतना बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि पीडीपी गठबंधन में कहीं नहीं है. अगर फारूक अब्दुल्ला ने हमें सीटें छोड़ने के लिए कहा होता तो एकता के लिए हम सीटों का त्याग कर सकते थे.’

उन्होंने एकतरफा फैसले पर अफसोस जताते हुए कहा, ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस के अनुरोध पर हमने डीडीसी चुनाव संयुक्त रूप से लड़ा. कई नेताओं ने हमें छोड़ दिया क्योंकि हम उन्हें समायोजित नहीं कर सके. बड़े उद्देश्य के लिए हम एकजुट रहे.’

नेशनल कॉन्फ्रेंस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि गठबंधन के अपने ही नेता इसे कमजोर कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं एक लड़ाका हूं, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम एक-दूसरे से लड़ेंगे. हमारा प्रतिद्वंद्वी मजबूत है और उसने जम्मू कश्मीर को जेल में बदल दिया है. लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के आज के फैसले ने सब बदल दिया.’

महबूबा ने कहा कि वह कोई भी कदम उठाने से पहले जनता की भावनाओं का आकलन करेंगी, साथ ही यह भी कहा कि पीडीपी अभी भी विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है.

उमर अब्दुल्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैंने (इंडिया) गठबंधन से कहा था कि विधानसभा चुनाव में हमारे दरवाजे (पीडीपी के साथ सीट साझा करने के लिए) खुले हैं, लेकिन यह इस पर निर्भर करेगा कि वे लोकसभा चुनाव में कैसा व्यवहार करते हैं.’

इस सवाल का जवाब देते हुए कि पीडीपी अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करने के लिए उत्सुक है, अब्दुल्ला ने कहा कि यह एक ‘अतार्किक’ मांग थी.

उन्होंने कहा, ‘राजनीति का कौन सा ब्रांड कहता है कि जो पार्टियां पिछले संसदीय चुनाव में नंबर एक और नंबर दो पर थीं, उन्हें उस पार्टी को चुनाव लड़ाना चाहिए जो तीसरे नंबर पर थी, और वह भी ऐसी सीट पर जहां उसका प्रभाव कहीं नहीं है.’

अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमने (2019 के चुनाव में) अनंतनाग सीट जीती थी और कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी.’