गुजरात: भाजपा व्यवस्था के भीतर 2 प्रतिशत कमीशन प्रणाली होने की पार्टी विधायक ने पुष्टि की

एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के विधायक रमेशभाई छोटूभाई पटेल सरकारी ठेकेदारों को यह हिदायत देते हुए नज़र आए कि वे भाजपा व्यवस्था के भीतर आवश्यक 2 प्रतिशत कमीशन के अलावा किसी को भी पैसा न दें.

(प्रतीकात्मक तस्वीर. फोटो साभार: Facebook/BJP4India)

नई दिल्ली: गुजरात के जलालपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रमेशभाई छोटूभाई पटेल के एक बयान से खुलासा हुआ है कि भाजपा तंत्र के भीतर ‘2 प्रतिशत’ कमीशन प्रणाली मौजूद है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मंगलवार (12 मार्च) को नवसारी जिले के विजलपोर इलाके में एक झील सौंदर्यीकरण परियोजना पर चर्चा से संबंधित एक सार्वजनिक मंच पर, भाजपा विधायक के एक बयान ने पार्टी में भ्रष्टाचार मौजूद होने की पुष्टि की. उन्होंने सरकारी ठेकेदारों को हिदायत दी कि ‘भाजपाई व्यवस्था के भीतर आवश्यक 2 प्रतिशत कमीशन के अलावा किसी को पैसा न दें.’

रिपोर्ट के अनुसार, पटेल ने ठेकेदारों से कहा कि झील सौंदर्यीकरण परियोजना के लिए स्वीकृत 4 करोड़ रुपये लोगों के बीच नहीं बांटे जाने चाहिए, साथ ही कहा कि ‘निर्धारित 2 प्रतिशत से अधिक कोई भी अंशदान अस्वीकार्य है.’

पटेल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा खुलेआम भ्रष्टाचार में लिप्त है. इसके अलावा, उन्होंने जोर देकर कहा कि पहले भाजपा के भ्रष्ट कार्यों को ‘छिपाया’ जाता था लेकिन अब इसके नेताओं द्वारा उन्हें ‘खुलेआम स्वीकारा’ जाता है.

इस मुद्दे पर गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता हीरेन बैंकर के हवाले से न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा, ‘भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने एक बार कहा था कि भाजपा कार्यकर्ता ठेकेदार बन गए हैं, यह दर्शाता है कि वे कमीशन में अधिक रुचि रखते हैं.’

गौरतलब है कि भ्रष्टाचार से लड़ने और सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सौ से अधिक देशों में काम करने वाले संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) के भ्रष्टाचार सूचकांक (सीपीआई) के अनुसार, भारत भ्रष्टाचार के मामले में 2022 में 85वें स्थान से फिसलकर 2023 में 93वें स्थान पर आ गया है.

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