नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार (16 मार्च) को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत पश्चिम बंगाल का फंड रोके जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उनके आरोपों से यह साफ हो गया कि आने वाले चुनावों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) केंद्र द्वारा बंगाल का फंड रोके जाने को भाजपा के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है.
द टेलीग्राफ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र सरकार को बंगाल विरोधी बताते हुए कहा, ”हम बिना वेतन के किसी को भी काम करने के लिए नहीं कह पाएंगे. लेकिन वह (केंद्र) बिल्कुल यही कर रहे है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने दो महीने सड़क पर बिताए. मैं एक दिन के लिए भी घर नहीं गया. मैं अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर सड़कों पर था. मैंने 100 दिन के रोजगार की गांरटी देने वाली इस योजना के तहत फंड के लिए लड़ाई लड़ी. आप बताएं कि क्या आपको अपनी बकाया मजदूरी मिली?’
भाजपा को घेरने के लिए तृणमूल कांग्रेस को मिला मुद्दा
तृणमूल के एक नेता ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उनके राष्ट्रीय महासचिव चुनाव से पहले भाजपा को घेरने के लिए इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे. उन्होंने कहा, ‘अभिषेक बनर्जी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बंगाल के लोग याद करें कि कैसे नकदी संकट से जूझ रही राज्य सरकार ने लगभग 59 लाख जॉब कार्ड धारकों की बकाया मजदूरी का भुगतान किया था. राज्य ने बकाया चुकाने के लिए 2,600 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए.’
इस बैठक में अभिषेक बनर्जी ने यह भी कहा कि केंद्र ने ग्रामीण आवास योजना के तहत 11.36 लाख लाभार्थियों के आवासों के लिए फंड जारी नहीं किया है, जबकि राज्य सरकार ने तीन चरण के सत्यापन के बाद नाम आगे बढ़ाए थे.
बनर्जी ने यह संकेत दिया कि यदि आवासों के लिए केंद्र ने फंड जारी नहीं किया तो चुनावों के तुरंत बाद राज्य सरकार जारी करेगी. उन्होंने कहा, ‘बहुत हो गया… हम अब और भीख नहीं मांगेंगे. यदि मुख्यमंत्री मनरेगा के तहत बकाया राशि का भुगतान कर सकती हैं, तो वह ग्रामीण क्षेत्रों में आवासों के लिए भी फंड जारी कर सकती हैं.
दिलीप घोष पर लगाया महिलाओं के अपमान का आरोप
अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिलाओं के कल्याण के लिए 25,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करती हैं. केंद्र ने इसके लिए 10 पैसे भी नहीं दिए… वोट देने से पहले दो बार सोचें.’
मेदिनीपुर के तृणमूल उम्मीदवार जून मालिया को वोट देने का आग्रह करते हुए अभिषेक बनर्जी ने भाजपा सांसद दिलीप घोष पर आरोप लगाया कि वह बार-बार महिलाओं का अपमान करते हैं.
बंगाल के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची में देरी को लेकर भी अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर कटाक्ष किया कि वे टीएमसी द्वारा नकारे गए नेताओं का इंतज़ार कर रहे हैं.