लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किया

दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी द्वारा नौंवी बार तलब किए जाने के बाद गुरुवार रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस कार्रवाई पर कहा कि अहंकारी भाजपा, विपक्ष को हर तरह से चुनाव के पहले ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. (फोटो साभार: फेसबुक/AAPkaArvind)

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार (21 मार्च) रात गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों ने द वायर को इसकी पुष्टि की है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली की मंत्री अतिशी ने भी इसकी पुष्टि की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘ऐसी खबर मिली है कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है. जितनी बड़ी संख्या में पुलिस और फोर्स आई थी, उससे साफ़ था कि उनको गिरफ्तार किया जाएगा. उनकी गिरफ़्तारी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साज़िश है. … अगर ज़रूरत पड़ेगी तो वो जेल से सरकार चलाएंगे.’

उन्होंने जोड़ा कि उनकी टीम सुप्रीम कोर्ट पहुंची है और गुरुवार रात ही उसकी तत्काल सुनवाई के लिए प्रयासरत है.

गिरफ्तारी से ठीक पहले केजरीवाल ने इसी मामले में ईडी की किसी भी दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था.

संयोग से ईडी की कार्रवाई उसी दिन हुई है जब देश के चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर चुनावी बॉन्ड डेटा अपलोड किया था.

इससे पहले गुरुवार शाम ईडी की एक टीम दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची थी, जिसके पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें दंडात्मक कार्रवाई से कोई सुरक्षा प्रदान करने से इनकार कर दिया.

गौरतलब है कि यह वही मामला है जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया इस मामले में पूछताछ के दौरान गिरफ्तार होने के बाद न्यायिक हिरासत में हैं. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता को भी पिछले सप्ताह इसी केस के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है क्योंकि आप नेता और समर्थक  सीएम आवास के बाहर एकत्र हुए हैं. दिल्ली पुलिस के कर्मियों के साथ आरएएफ और सीआरपीएफ इकाइयों की तैनाती के साथ गुरुवार शाम सिविल लाइंस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

अधिकारियों ने बताया था कि उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस में उनके आधिकारिक आवास की ओर जाने वाली गली में बैरिकेड लगा दिए गए हैं और वहां अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार को आबकारी नीति मामले में नौवीं बार तलब किया था.

विपक्ष ने की निंदा

केजरीवाल इस मामले में गिरफ्तार होने के बाद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. पार्टी नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ‘उन्होंने हमारे खाते फीज कर दिए हैं, उन्होंने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया, अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया. यह सब दिखाता है कि राजा कितना डरा हुआ है. ‘इंडिया’ डगमगाएगा नहीं.’

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है. मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का एकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है. ‘इंडिया’ इसका मुंहतोड़ जवाब देगा.’

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा, ‘रोज़ जीत का झूठा दंभ भरने वाली अहंकारी भाजपा, विपक्ष को हर तरह से चुनाव के पहले ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है. … विपक्षी पार्टियों के नेताओं को ठीक चुनाव से पहले निशाना नहीं बनाया जाता. सच यह है की भाजपा आने वाले चुनाव परिणाम से पहले ही डर गयी है और बौखलाहट में विपक्ष के लिए हर तरह की मुश्किलें पैदा कर रही है.’

पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केजरीवाल की गिरफ़्तारी की आलोचना की है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह निशाना बनाना एकदम गलत और असंवैधानिक है.

उन्होंने आगे कहा, ‘राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री जी को शोभा देता है, न उनकी सरकार को. अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िए, उनका डटकर मुक़ाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए – यही लोकतंत्र होता है. मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की ताकत का अपने राजनीतिक मक़सद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमज़ोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के ख़िलाफ़ है.’

उन्होंने जोड़ा, ‘देश के विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिए गए हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग  का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल में डलवा दिए गए हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले जाने की तैयारी हो रही है. ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है.’

समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा है, ‘भाजपा जानती है कि वो फिर सत्ता में नहीं आनेवाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ़्तारी तो बस बहाना है. ये गिरफ़्तारी एक नई जन-क्रांति को जन्म देगी.’