‘अहंकारी भाजपा चुनाव के पहले विपक्ष को ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है’

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ़्तारी के बाद विपक्ष के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की बजाय भाजपा जांच एजेंसियों की आड़ से चुनाव लड़ना चाहती है. 

जुलाई 2023 में बेंगलुरु में हुई बैठक के दौरान विपक्षी के विभिन्न दलों के नेता. (फोटो साभार: INC.IN)

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ़्तारी के बाद विपक्ष के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की बजाय भाजपा जांच एजेंसियों की आड़ से चुनाव लड़ना चाहती है.

जुलाई 2023 में बेंगलुरु में हुई बैठक के दौरान विपक्षी के विभिन्न दलों के नेता. (फोटो साभार: INC.IN)

नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी नीति केस में ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गिरफ्तार होने के बाद विपक्ष के नेताओं ने इस कार्रवाई की निंदा की है और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे लेकर एक्स पर लिखा, ‘रोज़ जीत का झूठा दंभ भरने वाली अहंकारी भाजपा, विपक्ष को हर तरह से चुनाव के पहले ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है. … विपक्षी पार्टियों के नेताओं को ठीक चुनाव से पहले निशाना नहीं बनाया जाता. सच यह है की भाजपा आने वाले चुनाव परिणाम से पहले ही डर गई है और बौखलाहट में विपक्ष के लिए हर तरह की मुश्किलें पैदा कर रही है.’

वहीं पार्टी के सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है. मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का एकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है. ‘इंडिया’ इसका मुंहतोड़ जवाब देगा.’

विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन की सदस्य समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा है, ‘भाजपा जानती है कि वो फिर सत्ता में नहीं आनेवाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ़्तारी तो बस बहाना है. ये गिरफ़्तारी एक नई जन-क्रांति को जन्म देगी.’

गठबंधन की सदस्य माकपा ने भी इस कार्रवाई की निंदा की है. पार्टी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘चुनाव प्रक्रिया शुरू होने की अधिसूचना जारी होने के बावजूद एजेंसियां बेशर्मी से भाजपा के हाथ की कठपुतली बनी हुई हैं. जनता इस साजिश को हरा देगी.

पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वे इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘… केजरीवाल ईडी द्वारा गिरफ्तार होने वाले ‘इंडिया’ गुट के दूसरे  मुख्यमंत्री हैं. जाहिर है, मोदी और भाजपा मौजूदा चुनावों में लोगों द्वारा नकारे जाने से घबरा गए हैं. दलबदल कर भाजपा में शामिल होने वाले सभी विपक्षी नेताओं को सुरक्षा और संरक्षण दिया जाता है. वे ‘सत्यवादी हके रिश्चंद्र’ हैं! ये गिरफ़्तारियां केवल लोगों की भाजपा को हराने, लोकतंत्र और भारतीय संविधान की रक्षा करने की इच्छा को मजबूत करेंगी.’

एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा, ‘विपक्ष को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के बदले की भावना से किए जा रहे दुरुपयोग की कड़ी निंदा करता हूं, खासकर जब आम चुनाव नजदीक आ रहे हों. यह गिरफ्तारी दर्शाती है कि भाजपा सत्ता के लिए किस हद तक गिर सकती है. इस असंवैधानिक कार्रवाई के खिलाफ ‘इंडिया’ एकजुट है.’

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक्स पर लिखा है, ‘लोकसभा चुनाव से पहले एक दशक की विफलताओं और आने वाली हार के डर से फासीवादी भाजपा सरकार हेमंत सोरेन को अन्यायपूर्ण तरह से निशाना बनाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को गिरफ्तार करके घटियापन की हद पार कर गई है. एक भी भाजपा नेता का जांच या गिरफ्तारी का सामना न करना सत्ता के दुरुपयोग और लोकतंत्र के पतन को उजागर करता है.’

उन्होंने आगे जोड़ा, ‘भाजपा सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं का लगातार उत्पीड़न उनकी हताशा को दिखाता है. यह निरंकुशता जनता के गुस्से को भड़काएगी, जिससे भाजपा का असली रंग सामने आएगा. लेकिन यह निरर्थक गिरफ्तारियां हमारे संकल्प को बढ़ावा देती हैं, जिससे इंडिया गठबंधन की जीत की राह मजबूत होती है. जनता के गुस्से के लिए तैयार रहें भाजपा!’

गठबंधन की सदस्य राजद ने भी केजरीवाल की गिरफ़्तारी की निंदा की है. पार्टी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर कहा, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी से साफ ज़ाहिर है कि विपक्ष से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की बजाय भाजपा जांच एजेंसियों एवं अन्य संवैधानिक संस्थानों की आड़ और पुरजोर मदद से चुनाव लड़ना चाहती है. राजनीतिक, लोकतांत्रिक व संवैधानिक नैतिकता एवं मर्यादाओं को एनडीए सरकार ने तार-तार कर देश पर अघोषित आपातकाल थोप दिया है. हम सभी मज़बूती से दिल्ली के लोगों की अति लोकप्रिय सरकार के साथ खड़े हैं. जैसा की हम सब ने पटना व मुंबई से खुल कर ऐलान किया था – हम डरने वाले नहीं बल्कि लड़ कर जीतने वाले लोग हैं.

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी पूरी तरह से दुष्टतापूर्ण है और आम चुनावों से ठीक पहले सभी विपक्षी आवाजों को चुप कराने की एक क्रूर साजिश का हिस्सा है. यह उन लोगों की कायरता को दिखाती है जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया से डरते हैं और सत्ता के दुरुपयोग का विरोध करने के लिए सामूहिक कार्रवाई करते हैं.’

कांग्रेस महसचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे फासीवाद बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘अरविंद केजरीवाल के यहां ईडी की छापेमारी और   गिरफ्तारी भाजपा की सभी विरोधियों को तबाह करने की भाजपा की योजना का एक और उदाहरण हैं. ऐसे दिन जब चुनावी बॉन्ड पर पूरा डेटा जारी किया गया है, जो उनके जबरन वसूली रैकेट को पूरी तरह से उजागर करेगा, भाजपा ने ध्यान भटकाने वाली रणनीति अपनाई है. चुनाव से एक महीने पहले केजरीवाल जी को गिरफ्तार करना दिखाता है कि उनके प्रतिशोध की कोई सीमा नहीं है. हम इस कठोर कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं. यह फासीवाद है.’

पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा, ‘ईडी द्वारा एक और मुख्यमंत्री की मनमाने ढंग से की गई गिरफ्तारी से राजनीतिक प्रतिशोध और बढ़ती तानाशाही की बू आ रही है. इस कायरतापूर्ण कृत्य ने सत्तारूढ़ दल की आशंकाओं को उजागर कर दिया है कि अब चुनाव होने से पहले ही उनमें हेरफेर करके हताशापूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. इतिहास गवाह है कि एकता से किए प्रतिरोध से अत्याचार कभी जीत नहीं सकता. हम डरेंगे नहीं.’