नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया है कि प्रदेश के औरैया से अपहृत किए गए एक जौहरी के 12 वर्षीय बेटे का शव दिल्ली में मिलने के एक दिन बाद सोमवार को सभी आठ अपहरणकर्ताओं को एक एनकाउंटर में पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आरोपियों का फिलहाल एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने बताया है कि उनकी हालत स्थिर है.
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को कक्षा 6 के छात्र सुभान का औरैया के एरवा कटरा इलाके में उसके घर के बाहर से अपहरण कर लिया गया था.
औरैया एसपी चारू निगम ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में पीड़ित का पड़ोसी रियाज सिद्दीकी भी शामिल है, जिसने फिरौती के लिए अपहरण की योजना बनाई थी. उन्होंने जुर्म कबूल किया है.
औरैया सर्कल अधिकारी (सीओ) अशोक सिंह ने बताया, ‘लड़के का अपहरण करने के बाद सभी आरोपियों ने उसे एक ट्रॉली बैग में छिपा दिया, जिसमें दम घुटने से उसकी मौत हो गई. उनके घर के बाहर खेलते समय लड़के के लापता होने के कुछ घंटों बाद उसके पिता मोहम्मद शकील, जो औरैया में एक जौहरी हैं, ने शनिवार रात एरवा कटरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.
शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि सुभान को आखिरी बार पड़ोसी रियाज सिद्दीकी के साथ देखा गया था. स्थानीय लोगों ने पुलिस को यह भी बताया कि रियाज को हाल के दिनों में अक्सर उक्त बच्चे के साथ देखा गया था.
पुलिस ने रियाज और उसके दोस्तों की तलाश की तो उनका पता नहीं चल सका. इसके बाद पुलिस ने उनके कॉल रिकॉर्ड हासिल किए, जिससे पता चला कि वे औरैया से बाहर जा रहे थे. उन पर नज़र रखने के लिए कई पुलिस टीमें तैनात की गईं. बाद में पुलिस को उनकी लोकेशन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मिली.
औरैया पुलिस ने बताया कि नोएडा और दिल्ली पुलिस की मदद से रविवार को एक आरोपी अवधेश कुमार मिश्रा को पकड़ लिया गया. उन्होंने खुलासा किया कि लड़का दिल्ली में पश्चिम विहार के पास तीन अन्य साथियों- जतिन दिवाकर, रवि कुमार और दीपक गुप्ता के साथ था. दिल्ली पुलिस के साथ औरैया पुलिस ने जतिन, रवि और दीपक को पकड़ा और उनकी निशानदेही पर पुलिस ने उनकी कार से एक ट्रॉली बैग बरामद किया.
एक पुलिसकर्मी ने बताया, ‘जब बैग खोला गया तो सुभान का शव मिला, जिसके हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए थे. लड़के को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.’
बताया गया कि इसके बाद गिरफ्तार चारों आरोपियों को वापस औरैया ले जाया गया, जहां उन्होंने अपराध में रियाज़ और उसके तीन सहयोगियों- शोभन यादव, अंकित कुमार और आशीष मिश्रा की संलिप्तता कबूल की और बताया कि वे अभी भी औरैया में ही थे.
अवधेश ने पुलिस को बताया कि उनकी योजना औरैया के बौखेरा जंगल में लड़के के परिवार से फिरौती वसूलने की थी. इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से फिरौती वसूलने के लिए रियाज और अन्य को फोन करने को कहा.
पुलिस के मुताबिक, ‘जब रियाज़, शोभन, अंकित और आशीष मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं, जहां मौके का फायदा उठाकर दिल्ली में गिरफ्तार किए गए अवधेश, जतिन, रवि और दीपक ने भागने की कोशिश की. गोलीबारी में सभी आठ आरोपियों के पैरों में गोली लगी और वे पकड़े गए.’