नई दिल्ली: बुधवार (27 मार्च) को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के अमोल कीर्तिकर को मुंबई उत्तर पश्चिम से लोकसभा उम्मीदवार के रूप में घोषित करने के एक घंटे बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कीर्तिकर को नोटिस जारी किया.
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसी ने कीर्तिकर को ‘खिचड़ी’ घोटाले के संबंध में मुंबई में अपने बैलार्ड एस्टेट कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है.
कीर्तिकर शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं. हालांकि, गजानन सत्तारूढ़ शिव सेना के एकनाथ शिंदे खेमे में हैं.
इस मामले में बृहन्मुंबई महानगर पालिका द्वारा उन पर कोविड-19 महामारी के लॉकडाउन के दौरान बेघर रह गए प्रवासी श्रमिकों को भोजन के रूप में खिचड़ी वितरण में 1 करोड़ रुपये की अनियमितता का आरोप लगाया गया है. तब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे और गठबंधन महाविकास अघाड़ी सरकार चला रहे थे.
उल्लेखनीय है कि पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया की शिकायत के बाद यह जांच शुरू की गई थी.
मामले की जांच राज्य की आर्थिक अपराध शाखा और ईडी दोनों कर रही हैं. ईडी ने इस संबंध में ठाकरे की शिवसेना के अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया है, जिसमें ठाकरे के बेटे आदित्य के करीबी सहयोगी सूरज चह्वाण भी शामिल हैं.
चह्वाण की गिरफ्तारी इसी साल जनवरी में हुई थी. 27 मार्च को शिवसेना (यूबीटी) ने आम चुनाव के लिए महाराष्ट्र से 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके नामांकन के एक घंटे के अंदर ही ईडी ने कीर्तिकर को समन जारी कर दिया.
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘जैसे ही लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की घोषणा की गई, उन्हें ईडी से समन मिला. यह सिर्फ डराने की कोशिश है, लेकिन हम डरेंगे नहीं.’
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राउत ने कहा, ‘हालांकि ईडी ने मुंबई उत्तर-पश्चिम से पार्टी उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन हम वहां उम्मीदवार नहीं बदलेंगे.’
इस मामले में संजय राउत के सहयोगी सुजीत पाटकर का भी नाम आया है.