एमपी: मंत्री के बेटे पर दंपत्ति से मारपीट का केस दर्ज, आरोपी की शिकायत पर पुलिसकर्मी निलंबित

मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल के ख़िलाफ़ एक रेस्तरां मालिक की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं, आरोपी पटेल ने एक शिकायत में उसके और उसके दोस्तों के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाने के बाद चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.

अभिज्ञान पटेल. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: पुलिस ने रविवार को कहा कि मध्य प्रदेश के एक मंत्री के बेटे के खिलाफ एक रेस्टोरेंट मालिक और उसकी पत्नी पर हमला करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी बीच, आरोपी अभिज्ञान पटेल ने एक जवाबी शिकायत में आरोप लगाया कि उसके और उसके दोस्तों के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की, जिसके बाद चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.

30 वर्षीय अभिज्ञान स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे हैं.

एसीपी (हबीबगंज) मयूर खंडेलवाल ने बताया कि होटल मालिक की शिकायत के आधार पर मंत्री के बेटे अभिज्ञान पटेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने कहा, ‘पीड़ितों की मेडिकल जांच कराई गई है. हमने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है और धाराएं इसकी गारंटी नहीं देती हैं. हम इस मामले में शामिल लोगों को पूछताछ के लिए बुला रहे हैं.’

पुलिस के अनुसार, चार पहिया वाहन पर सवार अभिज्ञान का शनिवार रात करीब 8 बजे शहर के एक चौराहे पर दोपहिया वाहन पर सवार एक पत्रकार के साथ झगड़ा हो गया. मंत्री के बेटे ने कथित तौर पर पत्रकार के साथ मारपीट की, जिसके बाद पास के एक रेस्टोरेंट के मालिक और उनकी पत्नी को हस्तक्षेप करना पड़ा. अभिज्ञान ने कथित तौर पर उनकी भी पिटाई की.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, रेस्टोरेंट मालिक अलीशा सक्सेना ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह सब तब शुरू हुआ, जब एक कार ने पत्रकार विवेक सिंह की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी. जब सिंह ने कार चालक को आवाज देकर ठीक से गाड़ी चलाने को कहा. जल्द ही, अभिज्ञान और उसके दोस्त कार से बाहर निकले और कथित तौर पर पत्रकार की पिटाई की. सक्सेना ने हस्तक्षेप किया और अभिज्ञान ने कथित तौर पर रॉड से उनकी पिटाई की.

उन्होंने कहा कि जब उनके पति और उनके एक कर्मचारी उन्हें बचाने के लिए दौड़े तो उन्हें पीटा गया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जब पीड़ित शिकायत दर्ज कराने शाहपुरा थाने पहुंचे, तो अभिज्ञान और उसके दोस्त वहां पहुंचे और कथित तौर पर हंगामा किया.

अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस दंपति और पत्रकार को मेडिकल जांच के लिए भेज रही थी तो अभिज्ञान ने कथित तौर पर उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया.

खंडेलवाल ने कहा, ‘एक रेस्तरां के मालिकों ने शिकायत दर्ज कराई कि अभिज्ञान पटेल ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की.’

भोपाल शहर जोन 1 की पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रियंका शुक्ला ने कहा कि पुलिस ने अभिज्ञान के खिलाफ आईपीसी की धारा 34 (सामान्य इरादा), 294 (गाली-गलौज), 324 (जानबूझकर खतरनाक हथियार या साधनों से चोट पहुंचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है.

खंडेलवाल ने कहा, ‘अभिज्ञान पटेल और अन्य ने भी शिकायत दर्ज कराई कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है और जांच जारी है. जरूरत पड़ने पर (अभिज्ञान पटेल और अन्य के खिलाफ) और धाराएं जोड़ी जाएंगी.’

इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतेंद्र (जीतू) पटवारी ने आरोप लगाया कि राज्य में अराजकता व्याप्त है और पुलिसकर्मियों के निलंबन की आलोचना की.

उन्होंने कहा, ‘पुलिस को हतोत्साहित करना और अपराध का समर्थन करना इस सरकार का इरादा रहा है. मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी हैं और जब उनके मंत्रियों का परिवार ऐसा कुछ करता है तो वह असहाय नजर आते हैं. मैं पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए सीएम को पत्र लिखूंगा.’

उन्होंने कहा कि पार्टी निलंबित पुलिसकर्मियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेगी.

उन्होंने पत्रकार की शिकायत पर अभिज्ञान के खिलाफ अलग से मामला दर्ज नहीं करने पर भी पुलिस की आलोचना की.

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