कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उसके चुनावी घोषणा पत्र की तुलना मुस्लिम लीग से किए जाने वाली टिप्पणी के खिलाफनिर्वाचन आयोग में शिकायत की है. द हिंदू के मुताबिक, सोमवार को कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग अधिकारियों से मुलाकात की और सरकारी भवनों और कॉलेजों में प्रधानमंत्री की तस्वीरों और बड़े कट-आउट के इस्तेमाल सहित कई मुद्दे उठाए और मांग की कि आगामी संसदीय चुनाव में समान अवसर बनाए रखने के लिए इन्हें हटाया जाए. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी ने उनके खिलाफ टिप्पणी करने के लिए मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनका घोषणापत्र देश को विभाजित करने और मुस्लिम लीग की स्वतंत्रता-पूर्व विचारधारा को लागू करने का प्रयास करता है. इससे पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि भाजपा के वैचारिक गुरु श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ब्रिटिश शासन के दौरान लीग के साथ गठबंधन किया था. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के डर से भाजपा ‘उसी घिसी-पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट’ पर वापस आ गई है.
दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने अब आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक को समन भेजा है. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, ईडी वर्तमान में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) विभव कुमार से पूछताछ कर रही है. ज्ञात हो कि केंद्रीय एजेंसी ने मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को कथित घोटाले का ‘किंगपिन’ कहा है. ईडी ने दुर्गेश पाठक को भी समन भेजकार सोमवार को ही पेश होने के लिए कहा था. ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले दिल्ली की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि एजेंसी इस कथित ‘घोटाले के सिलसिले में पार्टी के चार अन्य नेताओं: आतिशी खुद, मंत्री सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को गिरफ्तार करेगी.
लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणा की है कि वे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में संयुक्त रूप से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने सोमवार को बताया कि दोनों पार्टियां तीन-तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी, जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस अनंतनाग, श्रीनगर और बारामूला सीटों से लड़ेगी, वहीं कांग्रेस उधमपुर, जम्मू और लद्दाख में अपने उम्मीदवार उतारेगी. ‘इंडिया’ गठबंधन में राज्य की अन्य पार्टी पीडीपी की भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने कहा कि पीडीपी अब भी गठबंधन का हिस्सा है, हालांकि सीट साझा करना गठबंधन का एक पहलू है, लेकिन समग्र गठबंधन एक अलग मुद्दा है. ज्ञात हो कि पीडीपी ने कश्मीर में तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जहां पार्टी ने अनंतनाग में डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के खिलाफ पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को मैदान में उतारा है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत ‘कन्यादान’ किया जाना ज़रूरी नहीं है. नवभारत टाइम्स के मुताबिक, अदालत ने जोड़ा कि अधिनियम के तहत केवल ‘सप्तपदी’ (सात फेरे) लिए जाना आवश्यक है. कोर्ट ने एक व्यक्ति की निचली अदालत के आदेश को चुनौती देने वाली पुनरीक्षण याचिका सुनते हुए हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 7 उल्लेख किया. अदालत का कहना था कि हिंदू विवाह कानून के तहत (1) कोई हिंदू विवाह किसी भी पक्ष के प्रथागत संस्कारों और समारोहों के अनुसार हो सकता है. (2) ऐसे संस्कारों में सप्तपदी का होना अनिवार्य है. अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता के विवाह में कन्यादान हुआ या नहीं, यह मामले के न्यायोचित निर्णय के लिए जरूरी नहीं है और इसलिए इस तथ्य को साबित करने के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 311 के तहत गवाहों को नहीं बुलाया जा सकता.