नई दिल्ली: पाकिस्तान में मौत की सजा काटने वाले भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की हत्या का आरोपी और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी आमिर सरफराज तांबा की रविवार को लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरफराज को लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारी. उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने रविवार (14 अप्रैल) को कहा कि पाकिस्तानी अधिकारी इस हत्या की जांच कर रहे हैं.
ध्यान रहे कि इससे पहले पाकिस्तान ने भारत की खुफिया एजेंसी पर पाकिस्तान के अंदर हो रही हत्याओं में शामिल होने का आरोप लगाया था. सियालकोट और रावलकोट में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या में पाकिस्तान ने भारतीय एजेंटों के शामिल होने के ‘पुख़्ता सबूत’ की बात कही थी, जिसे भारत ने ‘झूठा प्रोपगेंडा’ बताया था.
मालूम हो कि पाकिस्तान की कड़ी सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल के अंदर, तांबा सहित अन्य कैदियों द्वारा किए गए बर्बर हमले में करीब एक हफ्ते अचेत रहने के बाद सरबजीत सिंह की दो मई 2013 की सुबह लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी.
पाकिस्तानी कैदियों के एक समूह ने सिंह पर ईंट और लोहे की छड़ों से हमला किया था. सरबजीत सिंह को 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कई बम विस्फोटों में संलिप्त रहने का कथित तौर पर दोषी पाया गया था और उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी.