महाराष्ट्र: भाजपा ने पूनम महाजन का टिकट काटा, उनकी सीट से कसाब मामले के वकील को उतारा

भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन मुंबई उत्तर मध्य सीट से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीती थीं, लेकिन इस बार पार्टी ने मुंबई के 26/11 हमले और 1993 के बम धमाकों में सरकारी वकील रहे उज्जवल निकम को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.

पूनम महाजन और उज्जवल निकम. (फोटो साभार: फेसबुक/PoonamMahajanOfficial और एक्स/@manoj_kotak)

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार (27 अप्रैल) को मुंबई उत्तर मध्य सीट से वकील उज्ज्वल निकम को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. निकम मुंबई के 26/11 और 1993 बम धमाकों के मामले में सरकारी पक्ष की पैरवी कर चुके हैं.

द टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक, भाजपा ने इस सीट से निकम को प्रत्याशी बनाने के लिए अपने दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की बेटी और दो बार यहां से सांसद रहीं पूनम महाजन का टिकट काट दिया है.

मालूम हो कि पीलीभीत के मौजूदा सांसद वरूण गांधी के बाद 43 वर्षीय पूनम महाजन ऐसी दूसरी बड़ी नेता हैं, जिनका संबंध राजनीतिक परिवार से है और जिन्हें इस बार  भाजपा ने टिकट नहीं दिया है. पूनम महाजन को एक होनहार युवा राजनीतिज्ञ के रूप में देखा जाता है. वह भाजपा की युवा इकाई की पूर्व अध्यक्ष भी रही हैं. वह दो बार 2014 और 2019 में मुंबई उत्तर मध्य सीट से लोकसभा का चुनाव जीत चुकी हैं.

टेलीग्राफ के मुताबिक, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि सर्वेक्षणों में पूनम के जीत की संभावनाओं पर संदेह जताए जाने के बाद पार्टी ने उनका टिकट काटा है. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें पार्टी नेतृत्व के प्रति ‘संपूर्ण वफादारी’ दिखाने में विफल रहने की कीमत चुकानी पड़ी है.

उज्जवल निकम 1993 के हाई-प्रोफाइल मुंबई बम धमाकों के केस और 26/11 में अजमल कसाब के मुकदमे को लेकर मीडिया में काफी चर्चित रहे थे. उनके बयान भाजपा के कट्टर राष्ट्रवाद के खांचे में अच्छी तरह फिट भी बैठते थे.

ज्ञात हो कि निकम प्रमोद महाजन की हत्या में भी अभियोजक थे. प्रमोद महाजन की महज़ 57 साल की उम्र में  2006 में उनके भाई ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. प्रमोद महाजन वाजपेयी-आडवाणी के दौर की भाजपा में पार्टी के एक उभरते सितारे थे. अटल बिहारी वाजपेयी की गठबंधन सरकार में उन्हें तीसरे सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में देखा जाता था, उनका प्रभाव वर्तमान में अमित शाह के प्रभाव के लगभग बराबर था.

हालांकि, 2004 के आम चुनाव में उनका ‘इंडिया शाइनिंग’ अभियान बुरी तरह विफल रहा था और एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था.

भाजपा महाराष्ट्र में जिन सीटों पर चुनाव लड़ रही है उनमें से ज्यादातर पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में मुंबई उत्तर मध्य सीट पर देरी को लेकर पहले ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि यहां पार्टी नेतृत्व पूनम को हटाने की योजना बना रहा है. राज्य में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. यहां लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है.