जयपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राजस्थान की बीकानेर पुलिस ने शनिवार (27 अप्रैल) को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष उस्मान गनी को हिरासत में ले लिया. अधिकारियों ने बताया कि गनी पर ‘शांति भंग’ करने का आरोप है.
गनी हाल ही में तब सुर्खियों में आए थे जब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें उन्होंने न्यूज़ 24 से बात करते हुए बांसवाड़ा की एक चुनावी रैली के दौरान दिए बयानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की थी. प्रधानमंत्री के भाषण पर गनी की टिप्पणियों के बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
बीकानेर पुलिस ने कहा कि गनी को मुक्ता प्रसाद नगर पुलिस स्टेशन में ‘पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार और टकराव’ के बाद एहतियातन हिरासत में लिया गया है.
मुक्ता प्रसाद नगर पुलिस थाने के एसएचओ धीरेंद्र शेखावत ने बताया, ‘प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए उनके बयान पर कड़ी आलोचना और प्रतिक्रिया देखी गई थी, जिसके बाद कुछ दिन पहले उनके घर के इलाके में एक पुलिस वाहन यह देखने के लिए भेजा गया था कि क्या वह ठीक और सुरक्षित हैं. यह एक नियमित प्रक्रिया थी, हम केवल उनका हालचाल जानने के लिए गए थे.’
एसएचओ ने आगे कहा, ‘आज (शनिवार) गनी मुक्ता प्रसाद नगर थाने पहुंचे और सवाल करने लगे कि पुलिस की गाड़ी उनके घर क्यों गई थी. जब हमने उन्हें समझाया कि यह एक नियमित प्रक्रिया थी, तो गनी ने पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और टकराव पर उतर आए. हमें उन्हें सीआरपीसी की धारा 151 के तहत हिरासत में लेना पड़ा क्योंकि डर था कि गनी किसी अपराध को अंजाम दे सकते हैं. हमने उन्हें एहतियातन हिरासत में लिया है.’
गौरतलब है कि न्यूज़ 24 से बात करते हुए गनी ने कहा था कि वह बांसवाड़ा में की गईं प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणियों से निराश हैं और भाजपा के मुस्लिम सदस्य के तौर पर जब वह वोट मांगने जाते हैं तो मुस्लिम समुदाय उनसे सवाल पूछता है. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के इन चुनावी बयानों की विपक्ष ने भी व्यापक आलोचना की थी.
इस संबंध में, भाजपा के बीकानेर शहर जिलाध्यक्ष विजय आचार्य ने पुष्टि की थी कि गनी को उनके बयानों के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
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