कर्नाटक: यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे प्रज्ज्वल रेवन्ना जेडीएस से निलंबित

कर्नाटक के हासन से निवर्तमान जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के ख़िलाफ़ हज़ारों महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप और कथित वीडियो सामने आने के बाद जेडीएस ने रेवन्ना को पार्टी से निलंबित करने दिया है. इस बीच, मामले के एक शिकायतकर्ता और प्रज्ज्वल के पूर्व ड्राइवर कार्तिक ने इस दावे का खंडन किया कि उन्होंने कांंग्रेस नेताओं को इस मामले से जुड़े वीडियो और पेन ड्राइव दिए थे.

प्रज्ज्वल रवन्ना. फोटो साभार: FB/PRAJWAL REVANNA

नई दिल्ली: कर्नाटक के हासन से सांसद और इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी जनता दल (सेकुलर) (जेडीएस) के मौजूदा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ हज़ारों महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है.

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रज्वल से जुड़े मामले पर भाजपा का बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी मातृशक्ति के साथ है. इस तरह की घटनाओं का सार्वजनिक जीवन में, समाज में या निजी तौर पर कहीं भी स्थान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कांंग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि अब तक इस मामले पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई.

अमित शाह ने कहा, ‘भाजपा का रुख स्पष्ट है कि हम देश की ‘मातृ शक्ति’ के साथ खड़े हैं, देश की नारी शक्ति के साथ हैं. नरेंद्र मोदी जी का देश को एक कमिटमेंट है कि कहीं भी मातृ शक्ति के अपमान को सहन नहीं किया जा सकता. लेकिन जो कांग्रेस पार्टी हम पर आरोप लगाना चाहती है, मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां किसकी सरकार है? सरकार कांग्रेस पार्टी की है. उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?’

गृहमंत्री ने आगे कहा कि भाजपा जांच के पक्ष में हैं और उनकी सहयोगी जेडीएस ने भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है, उनकी कोर कमेटी की बैठक में और कदम उठाए जाएंगे.

ख़त लिखकर कहा था प्रज्वल को टिकट न दिया जाए: भाजपा नेता जी. देवराजे

हालांकि गृहमंत्री के दावे से इतर इस मुद्दे को जनवरी में सुर्खियों में लाने वाले हासन में वकील और स्थानीय भाजपा नेता जी. देवराजे गौड़ा ने दावा किया है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के ऐलान से पहले राज्य के भाजपा प्रमुख बीवाई विजेंद्र को ख़त लिखकर कहा था कि भाजपा-जेडीएस गठबंधन के तहत प्रज्वल को टिकट न दिया जाए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने अपने ख़त में दावा करते हुए कहा था, ‘… दूसरा गंभीर मुद्दा एक पेन ड्राइव है. सारे वीडियो, दस्तावेज़ कांग्रेस नेताओं के हाथ में हैं.’

देवराजे ने जनवरी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रज्वल पर आरोप भी लगाए थे. जी. देवराजे की ही याचिका के बाद कर्नाटक हाईकोर्ट ने प्रज्वल को बतौर सांसद अयोग्य करार दिया गया था. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फ़ैसले पर रोक लगा दी थी.

देवराजे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में होलेनरसीपुर सीट से प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था.

इस मामले में एक और महत्वपूर्ण कड़ी प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर है. जिन्होंने कई साल की नौकरी के बाद मार्च 2023 में प्रज्जवल के परिवार के यहां नौकरी छोड़ दी थी. ड्राइवर ने दिसंबर 2023 में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उनकी पत्नी को प्रज्वल ने किडनैप कर लिया है. यह भी आरोप लगाया गया था कि प्रज्वल की तरफ से उनसे 13 एकड़ ज़मीन की मांग की गई थी.

देवराजे ही कोर्ट में प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर का केस लड़ रहे हैं.

सारे वीडियो और फोटो भाजपा से साझा किए, कांग्रेस से नहीं: ड्राइवर

अब उक्त पूर्व ड्राइवर का बयान भी सुर्खियों में है, जो भाजपा नेता देवराजे के बयान से इतर है.

साउथ फर्स्ट के अनुसार, मंगलवार को जारी एक वीडियो में कार्तिक ने इस दावे का खंडन किया कि कांंग्रेस नेताओं को इस मामले से जुड़ी आपत्तिजनक वीडियो और पेन ड्राइव मुहैया करवाई गई थी. कार्तिक ने कहा कि रेवन्ना परिवार से कथित उत्पीड़न के बाद वो मदद मांगने भाजपा के पास ही पहुंचे थे और उन्होंने सारी साम्रगी भाजपा के जी. देवराजे से ही साझा की थी.

कार्तिक ने कहा, ‘मैंने 15 साल प्रज्जवल रेवन्ना और उस परिवार के यहां ड्राइवर की नौकरी की. मैंने एक साल पहले ये नौकरी अपनी बीवी की वजह से छोड़ दी. मुझे मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान किया गया, मुझ से मेरी जमीन भी छीन ली गई. तब मैंने इंसाफ के लिए भाजपा के देवराजे गौड़ा से संपर्क किया, क्योंकि वो रेवन्ना और उसके परिवार के खिलाफ होलेनरसीपुर से लड़ रहे थे. उन्होंने मुझे इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया था.’

कार्तिक ने आगे बताया, ‘जब मुझे लगा कि कुछ नहीं हो रहा, तो मैं दूसरे वकील से मिलने का सोचा. तब देवराजे ने मुझे फोन किया और कहा कि मुझे अदालत से न्याय नहीं मिल सकता, मुझे जनता के बीच जाना होगा. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेस हुई और मैंने सभी जानकारी प्रेस के सामने रखी और उन्होंने भी बयान दिया. इसके बाद प्रजज्वल रेवन्ना को कोर्ट से इन वीडियो के प्रचार-प्रसार पर रोक का आदेश मिल गया. जब मैंने ऑर्डर की कॉपी देवराजे को दी तो, उन्होंने कहा कि मैं सभी वीडियो और फोटो उन्हें दे दूं और वो इसे कोर्ट को सौंप देंगे.’

ड्राइवर का दावा है कि देवराजे ने वो सभी कॉपी अपने पास ही रख ली थी, जो कोर्ट में जमा करानी थी. इसके बाद रेवन्ना और देवराजे परिवार का कुछ झगड़ा हुआ और उन्होंने प्रेस कॉन्फेंस कर उनके अवैध कामों को एक्सपोज करने की बात कही दी. इसके बाद देवराजे ने भाजपा हाईकमांड को पत्र लिखा और प्रज्ज्वल को टिकट नहीं देने की बात कही. इसकी एक कॉपी कार्तिक को भी भेजी गई और कहा गया कि अब उसे न्याय मिलगा. लेकिन इसके बाद ये पेन ड्राइव के वीडियो बड़े पैमाने पर प्रसारित हो गए. इसके बाद कार्तिक ने फिर देवराजे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नहीं हो पाया.

एक्स पर साझा वीडियो में कार्तिक ने अपने वीडियो में साफ कहा है कि देवराजे ने उस पर गलत आरोप लगाए हैं कि उसने पेन ड्राइव कांग्रेस को सौंपी है.

ड्राइवर के अनुसार, उन्होंने न्याय की आस में सबूत सिर्फ भाजपा नेता देवराजे को ही सौंपे हैं और वो ये सब विशेष जांच टीम के सामने भी रखेंगे.

कोर कमेटी की बैठक में प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित किया गया

उधर, मामले के तूल पकड़ने के बाद जेडीएस ने अपनी पार्टी की कोर कमेटी बैठक में प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया है.

बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा, ‘प्रज्वल का निलंबन एसआईटी जांच पूरी होने तक है. मैंने गलत करने वाले का कभी बचाव नहीं किया, लेकिन इस विवाद में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा का नाम लेना गलत है. कांग्रेस हमारे परिवार में फूट डालने की कोशिश कर रही है.’

मालूम हो कि प्रज्वल रेवन्ना पर हज़ारों महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं. प्रज्वल पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं. प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी हैं.

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इस मामले का संज्ञान तब लिया, जब राज्य की महिला आयोग की प्रमुख नागलक्ष्मी चौधरी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पुलिस प्रमुख को ख़त लिखा. इसके बाद 27 अप्रैल को कर्नाटक सरकार ने एसआईटी बनाकर वीडियो की जांच करने के लिए कहा. इस बीच 26 अप्रैल में हासन समेत दक्षिण कर्नाटक की 14 सीटों पर हुए मतदान के बाद प्रज्वल पर विदेश चले जाने के आरोप लग रहे हैं.

विपक्ष ने साधा निशाना 

इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर आरोपी कोई मुसलमान होता तो उसपर यूएपीए लगा देते.

उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘हजारों महिलाओं के साथ इस शख्स (प्रज्वल रेवन्ना) ने बदसलूकी की. क्या हो रहा है इस देश में? भाजपा कहती है कि हम ऐसी पार्टी नहीं है लेकिन वो तो उसके लिए वोट मांग रहे थे. मोदी और अमित शाह को इस मामले में बोलना पड़ेगा. अगर आरोपी मुसलमान होता तो उसके ऊपर यूएपीए लगा देते और ये लोग कहते कि ये लव जिहाद है. अब ये आदमी क्या कर रहा है? कोई ऐसा भी करता है क्या? उसने जो किया उसे रिकॉर्ड भी किया था. पर मोदी ने वोट मांगे उसके लिए.’

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी भाजपा को घेरते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजकल महिलाओं के मंगलसूत्र और गहनों की बातें करते हैं. कर्नाटक में पीएम मोदी ने जिसके लिए वोट मांगा, उन्होंने (प्रज्वल रेवन्ना) हजारों महिलाओं का उत्पीड़न किया. मैं पूछना चाहती हूं कि हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस बारे में क्या कहते हैं? पीएम मोदी, देश की करोड़ों महिलाएं जवाब मांग रही हैं. मंगलसूत्र पर बात करने के पहले देश की महिलाओं को जवाब दीजिए.’