हैदराबाद: भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सिरसिला शहर में 5 अप्रैल को एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव को बुधवार (1 मई) रात 8 बजे से 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से रोक दिया है.
दो दिनों के लिए लगाया गया यह प्रतिबंध सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करने, जुलूसों और रैलियों में भाग लेने के साथ-साथ साक्षात्कार देने या मीडिया कॉन्फ्रेंस में बोलने पर भी लागू रहेगा.
ईसीआई ने यह कार्रवाई कांग्रेस की उनके खिलाफ शिकायत पर शुरू की है. शिकायत में कहा गया है कि राव ने सिरसिला में एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में पार्टी के एक नेता के बारे में बात की थी, जो महिलाओं को आजीविका के लिए कॉन्डोम और पापड़ बेचने के लिए कहकर उनका अपमान कर रहे थे.
राव को यह कहते हुए भी उल्लेख किया गया कि राज्य में ‘लठकोर’ (वंचित लोग) शासन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य बेकार और निकम्मे लोगों के हाथों में चला गया है और सरकार का नेतृत्व लठकोरों के हाथ में है.
राव ने कहा, ‘अगर आप किसानों से खरीदे गए प्रत्येक क्विंटल अनाज पर 500 रुपये बोनस देने में विफल रहे तो हम आपका गला दबा देंगे और आपको मार डालेंगे.’
शिकायत के बाद ईसीआई ने तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी और रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद राव को कारण बताओ नोटिस दिया.
राव ने आयोग के नोटिस का जवाब देने के लिए समयसीमा बढ़ाने की मांग की और आखिरकार 23 अप्रैल को अपना पक्ष भेजा. उन्होंने कहा कि मीडिया कॉन्फ्रेंस में उनके संबोधन के चुनिंदा हिस्सों को संदर्भ से अलग करके शिकायत की गई थी.
यह आरोप लगाते हुए कि चुनाव अधिकारी तेलुगु भाषी लोग नहीं थे जो स्थानीय बोली को समझ सकें, राव ने कहा कि उन्होंने केवल कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों पर बात की और उसके नेताओं पर कोई व्यक्तिगत हमला नहीं किया. उन्होंने कांग्रेस नेताओं से तेलंगाना में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने का आग्रह किया.
उनके जवाब पर गौर करने के बाद आयोग ने अपने चार पन्नों के आदेश में याद दिलाया कि उसने 2019 में संसदीय चुनावों के दौरान भी राव को अपने सार्वजनिक भाषणों में सतर्क रहने का आदेश जारी किया था. नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले आदर्श आचार संहिता का पालन न करने पर उन्हें फिर से नोटिस दिया गया था.
अब, ईसीआई ने उनकी टिप्पणी की निंदा की और उन्हें फटकार लगाई.
जब ईसीआई के निर्देश उनके संज्ञान में लाए गए, राव अपनी पार्टी की ओर से प्रचार करने के लिए महबूबाबाद में एक रोड शो को संबोधित कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने तुरंत अपना अभियान रोक दिया और अपने आगे के कार्यक्रम भी रद्द कर दिए.
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