हरियाणा में भाजपा की अल्पमत सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव की मांग समेत अन्य ख़बरें

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(फोटो: द वायर)

हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को चिट्ठी लिखकर फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की है. चौटाला ने राज्यपाल को बताया है कि दो महीने पहले जो सरकार बनी थी, वो आज अल्पमत में चली गई है, क्योंकि उनको समर्थन देने वाले दो विधायक (एक भाजपा का और एक निर्दलीय विधायक) ने इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. कांग्रेस ने भी राजभवन को पत्र लिखकर राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है. इस पूरे मामले पर भाजपा नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा है कि ‘अगर विपक्ष फ्लोर टेस्ट कराएगा तो वह अपने 33 विधायकों में से 23 को भी संभाल कर नहीं रख पाएगा.’ हालांकि, उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की कोई संभावना नहीं बनती लेकिन अगर संभावना बनती है तो फ्लोर टेस्ट होगा. बता दें कि 7 मई को तीन निर्दलीय विधायकों (चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और पुंडली से रणधीर गोलन) ने भाजपा से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस के साथ जाने का ऐलान किया था, उसके बाद से नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को अल्पमत में बताया जा रहा है.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (9 मई) को सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत न देने की अपील की. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान ईडी ने सर्वोच्च न्यायालय में एक हलफनामा दायर कर कहा कि चुनाव प्रचार करना मौलिक या संवैधानिक अधिकार नहीं है. ईडी ने कोर्ट को बताया कि कभी किसी भी नेता को चुनाव प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत नहीं दी गई है. बहरहाल, तिहाड़ जेल में बंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार (10 मई) को फैसला सुना सकता है. इससे पहले, जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने कहा था कि केजरीवाल की जमानत याचिका और उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने की याचिका पर हम शुक्रवार को फैसला सुनाएंगे. वहीं, एक सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अंतरिम जमानत मिलती है तो कोर्ट नहीं चाहेगा कि केजरीवाल मुख्यमंत्री के रूप में अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन करें. गौरतलब है कि दिल्ली आबकारी नीति (अब रद्द) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च से गिरफ्तार केजरीवाल की न्यायिक हिरासत को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने मंगलवार (7 मई) को 20 मई तक के लिए बढ़ा दिया था.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगामी चार जून को ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने का दावा करते हुए 15 अगस्त 2024 तक 30 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है. अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो साझा करते हुए उन्होंने कहा कि ‘बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. नरेंद्र मोदी ने आपको वादा किया था कि दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे. झूठ बोला. गलत जीएसटी लागू की. नोटबंदी लाए. सारा काम अडानी जैसे लोगों के लिए किया है. हम भर्ती भरोसा स्कीम ला रहे हैं. चार जून को इंडिया गठबंधन की सरकार आ रही है.’ बता दें कि वर्तमान लोकसभा चुनाव के कुल सात चरणों में से तीन चरण संपन्न हो चुके हैं. चार चरण का मतदान अभी बाकी है. नतीजे चार जून को आएंगे.

चुनाव आयोग ने गुजरात के दाहोद लोकसभा क्षेत्र के एक पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया है. चुनाव आयोग ने यह फैसला उक्त बूथ पर वोटिंग के दौरान हुई अनियमितताओं को देखते हुए लिया है. मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि एक स्थानीय भाजपा नेता अपने बेटे के साथ संतरामपुर के परथमपुर स्थित बूथ संख्या 220 में घुस गए थे. भाजपा नेता के बेटे ने मतदान की पूरी प्रक्रिया को सोशल मीडिया पर लाइव कर दिया था. वीडियो में भाजपा नेता के बेटे विजय भाभोर कथित तौर पर यह कहते सुने जा रहे हैं कि ‘ईवीएम मेरे पिता की है.’ अब वीडियो डिलीट हो चुका है. मामला चर्चा में आने के बाद कांग्रेस ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी. चुनाव आयोग ने फैसला लिया है कि इस मतदान केंद्र पर 11 मई को सुबह सात से शाम छह बजे तक फिर वोट डाले जाएंगे.

महाराष्ट्र के अमरावती से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार नवनीत राणा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी के एक पुराने बयान के संदर्भ में राणा ने कहा है कि ‘छोटा (अकबरुद्दीन) बोलता है कि पुलिस को 15 मिनट के लिए हटा दो तो हम दिखाएंगे कि हम क्या कर सकते हैं. हम छोटे को बोलते हैं कि तेरे को 15 मिनट लगेंगे, हमें सिर्फ 15 सेकंड लगेंगे. 15 सेकेंड पुलिस को हटा लेना तो छोटे, बड़े (असदुद्दीन) को पता नहीं चलेगा कि कहां से आए और कहां को गए. सिर्फ 15 सेकंड लगेंगे.’ एआईएमआईएम ने भाजपा प्रत्याशी के इस बयान पर चुनाव आयोग से संज्ञान लेने और कार्रवाई करने की मांग की है. असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘मोदी जी को मैं बोल रहा हूं कि (उन्हें) 15 सेकंड दे दीजिए. आप क्या करेंगे. जैसा मुख्तार के साथ किया वैसा करेंगे, या पहलू और रकबर के साथ जो किया था. दे दीजिए 15 सेकंड. बल्कि एक घंटा ले लीजिए न. हम भी देखना चाह रहे हैं कि आपके अंदर कितनी इंसानियत बाकी है. कौन डर रहा है. हम तो तैयार हैं.’