राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को लगातार दूसरे साल अंतरराष्ट्रीय मान्यता न मिलने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

संयुक्त राष्ट्र से जुड़े ग्लोबल अलायंस ऑफ नेशनल ह्यूमन राइट्स इंस्टिट्यूशंस ने लगातार दूसरे वर्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की मान्यता को स्थगित कर दिया है. द हिंदू के अनुसार, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि ग्लोबल अलायंस ऑफ नेशनल ह्यूमन राइट्स इंस्टिट्यूशंस की एक समिति ने माना है कि एनएचआरसी में सदस्यों की नियुक्ति में पारदर्शिता की कमी है. साथ ही भारत का मानवाधिकार आयोग अपने मामलों की जांच की देखरेख के लिए पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति करता है. समिति ने एनएचआरसी में सदस्यों में अल्पसंख्यकों के प्रतिनिधित्व की कमी को भी रेखांकित किया है. यह निर्णय मानवाधिकार परिषद और यूएनजीए के कुछ अन्य निकायों में मतदान करने की भारत की क्षमता को प्रभावित कर सकता है. यह फैसला 1 मई को सब कमीशन ऑफ एक्रीडेशन की बैठक के दौरान लिया गया था, जिसमें न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, होंडुरास और ग्रीस के प्रतिनिधि शामिल थे. हालांकि समिति की नवीनतम रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है.

सीबीआई ने 34,000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के पूर्व निदेशक धीरज वधावन को गिरफ्तार किया है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, सोमवार शाम (13 मई) वधावन को मुंबई से हिरासत में लिया गया था. मंगलवार को उन्हें दिल्ली की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सीबीआई ने इस मामले में वधावन के खिलाफ साल 2022 आरोप पत्र दायर किया था.

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके साथ बदसलूकी की गई है. आप के एक अन्य राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मीडिया के सामने मालीवाल के आरोपों की पुष्टि की है. मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में सिंह ने कहा, ‘सोमवार सुबह अरविंद केजरीवाल जी से मिलने स्वाति मालीवाल उनके आवास पर पहुंची थीं. ड्रॉइंग रूम में केजरीवाल का इंतजार कर रही थीं. इस बीच विभव कुमार वहां पहुंचे और उनके साथ अभद्रता और बदतमीजी की.’ संजय सिंह ने आगे बताया कि पूरी घटना को दिल्ली के सीएम ने संज्ञान में लिया है. वो इस मामले में सख़्त कार्रवाई करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए 7 मई को कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट देगी. न्यूज-18 को दिए इंटरव्यू में जब इसे लेकर पीएम मोदी सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘यह मेरा बयान नहीं, कांग्रेस के बड़े सलाहकार का बयान है कि रामलला को टेंट में भेजकर रहेंगे.’ इससे पहले 7 मई को मोदी ने खरगोन में कहा था, ‘कांग्रेस के इरादे कितने भयानक हैं, उसका खुलासा लंबे समय तक कांग्रेस में रहे लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे का इरादा राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने का है. जैसे शहजादे के पिताजी ने शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटा था… वैसे ही कांग्रेस राम मंदिर के लिए करने वाली है.’