दिल्ली: स्वाति मालीवाल प्रकरण ने चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है

मुख्यमंत्री केजरीवाल की रिहाई से बड़ा मुद्दा अब बिभव कुमार की गिरफ़्तारी बन गया है. इस प्रकरण में भाजपा की भूमिका का सच सामने आना बाकी है, लेकिन चुनाव से सिर्फ़ हफ़्ता भर पहले उठे इस विवाद ने आम आदमी पार्टी को मुक़ाबले में थोड़ा पीछे जरूर धकेल दिया है.

स्वाति मालीवाल. (फोटो साभार: एक्स/geanra)

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने शनिवार (18 मई) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को हिरासत में ले लिया. वहीं, स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट में भी उनके शरीर पर चोटें लगने की पुष्टि हुई है.

इस प्रकरण का पूरा सच अभी बाहर आना बाकी है, लेकिन इससे आम आदमी पार्टी (आप) का दिल्ली में चुनावी अभियान सहसा लड़खड़ा गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जमानत पर बाहर आने से पार्टी के भीतर उत्साह का जो माहौल बना था, वह भीइस वक्त किंचित मद्धिम पड़ता दिखाई दे रहा है.

क्या है पूरा मामला?

इस प्रकरण की शुरुआत सोमवार (13 मई) को हुई, जब यह सामने आया कि स्वाति मालीवाल के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) बिभव कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में मारपीट की है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गुरुवार (16 मई) की शाम एफआईआर दर्ज की.

ज्ञात हो कि दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया था कि उन्हें इस संबंध में स्वाति मालीवाल से कोई शिकायत नहीं मिली है. मीडिया से बात करते हुए उत्तरी दिल्ली के डीसीपी मुकेश कुमार मीणा ने कहा था कि स्वाति मालीवाल सिविल लाइंस थाने पहुंची थीं लेकिन वो बाद में शिकायत देने की बात कहकर वहां से चली गईं.

इस संबंध में स्वाति मालीवाल का पहला ट्वीट 16 मई को सामने आया, जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोगों से राजनीति न करने की अपील की.

16 मई को उन्होंने दिल्ली पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई, जिसके अगले दिन बिभव कुमार ने भी स्वाति मालीवाल के खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी. हालांकि, इस पर अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.

स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा, ‘मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था. मेरे साथ हुई घटना पर मैंने पुलिस को अपना बयान दिया है. मुझे आशा है कि उचित कार्रवाई होगी. पिछले दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं. जिन लोगों ने चरित्र हनन करने की कोशिश की, ये बोला कि दूसरी पार्टी के इशारे पर कर रही है, भगवान उन्हें भी खुश रखे… भाजपा वालों से ख़ास गुज़ारिश है इस घटना पर राजनीति न करें.’

अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने द वायर से कहा कि स्वाति के साथ जो हुआ, वो निश्चित तौर पर सही नहीं है और जांच का विषय है.

आतिशी ने स्वाति मालीवाल के आरोपों को झुठलाया

इसके बाद शुक्रवार को इस संबंध में आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो वहीं स्वाति मालीवाल भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर खुलकर बोलीं. एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसे स्वाति मालीवाल से कथित मारपीट वाले दिन का बताया जा रहा है. हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर किसी ने पुष्टि नहीं की है.

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना ने शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस वीडियो के आधार पर स्वाति मालीवाल के आरोपों को गलत बताते हुए उन्हें भाजपा की साजिश का चेहरा तक बता दिया.

आतिशी ने कहा, ‘भाजपा ने साजिश रची. इसी साजिश के तहत भाजपा ने स्वाति को केजरीवाल के आवास पर भेजा. इस साजिश का मकसद था केजरीवाल पर झूठा आरोप लगाना. स्वाति इस साजिश का चेहरा थीं. स्वाति बिना अपॉइंटमेंट लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंची थीं. उनका इरादा था कि मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए जाएं. मगर वो उस समय उपलब्ध नहीं थे तो वह बच गए. इसलिए स्वाति ने बिभव कुमार पर आरोप लगाए.’

आतिशी आगे बोलीं, ‘स्वाति ने जो शिकायत की थी, उस एफआईआर में वह कहती हैं कि उनकी बेरहमी से मार पिटाई हुई, उन पर मुक्के मारे गए, उन्हें चोट लगी. वह कहती हैं कि उस चोट के बाद वह दर्द में कराह रही थीं. वह अपनी शिकायत में कहती हैं कि उनके कपड़े फाड़े गए. मगर आज जो वीडियो सामने आया, उसमें उनकी हालत अलग दिखी. वह पुलिसवालों को डरा- धमका रही हैं. वह आराम से बैठी दिख रही हैं. उनके कपड़े नहीं फटे हुए हैं. सिर्फ एक चीज दिख रही है कि वो सबको धमका रही हैं.’

आतिशी से पूछा गया कि मारपीट की बात सही नहीं है तो संजय सिंह ने स्वाति के साथ बदसलूकी की बात क्यों कही थी. आतिशी ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि तब संजय सिंह को पूरी बात पता नहीं थी. उनको सिर्फ एक पक्ष पता था.

उल्लेखनीय है कि संजय सिंह ने मंगलवार (14 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घटना को बहुत ही निंदनीय बताते हुए इसे सीएम द्वारा संज्ञान में लेने और सख़्त कार्रवाई करने की बात कही थी.

इसके बाद स्वाति मालीवाल ने आतिशी के आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘पार्टी में कल के आए नेताओं ने 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को भाजपा का एजेंट बता दिया. दो दिन पहले पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब सच क़बूल लिया था और आज यू-टर्न.’

स्वाति ने विभव कुमार के संबंध में लिखा, ‘ये गुंडा पार्टी को धमका रहा है, मैं अरेस्ट हुआ तो सारे राज़ खोलूंगा. इसलिए ही लखनऊ से लेकर हर जगह शरण में घूम रहा है. आज उसके दबाव में पार्टी ने हार मान ली और एक गुंडे को बचाने के लिए पूरी पार्टी ने मेरे चरित्र पर सवाल उठाए गए. कोई बात नहीं, पूरे देश की महिलाओं के लिए अकेले ही लड़ती आई हूं, अपने लिए भी लड़ूंगी. जमकर चरित्र हनन करो, वक़्त आने पर सब सच सामने आएगा.’

दिल्ली चुनाव और इंडिया गठबंधन पर असर

दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए छठवें चरण यानी 25 मई को मतदान होना है. यहां भाजपा के सामने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनौती पेश कर रहे हैं. ऐसे में स्वाति मालीवाल का मामला फिलहाल पार्टी की स्थिति को असहज करता नज़र आता है. मुख्यमंत्री केजरीवाल की रिहाई से बड़ा मुद्दा अब बिभव कुमार की गिरफ्तारी बन गया है. इस प्रकरण में भाजपा की भूमिका का सच सामने आना बाकी है, लेकिन चुनाव से सिर्फ़ हफ़्ता भर पहले उठे इस विवाद ने आम आदमी पार्टी को थोड़ा पीछे जरूर धकेल दिया है.