नई दिल्ली: बिहार के सारण जिले में मंगलवार को चुनाव के बाद हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि यह घटना एक दिन पहले मतदान के दौरान राजद और भाजपा उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प का नतीजा थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत छपरा जिला मुख्यालय के बाहरी इलाके में स्थित भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ा तेलपा गांव में हुई, जिससे शहर के कुछ हिस्सों में तनाव पैदा हो गया. हिंसक झड़प को रोकने में विफल रहने के कारण छपरा टाउन के एसएचओ अश्विनी कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि नागेंद्र राय नामक व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सात नामजद हैं. जिला प्रशासन ने संभावित तनाव को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है और दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
पुलिस ने हिंसा में मारे गए व्यक्ति की पहचान तेलपा गांव के 26 वर्षीय चंदन राय और घायलों की पहचान मनोज राय (40) और गुड्डु राय (37) के रूप में की है. घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सारण जिला पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘सोमवार को इलाके में हुए मतदान के दौरान गड़बड़ी के आरोप को लेकर भाजपा और राजद समर्थकों के बीच विवाद हो गया, जिसके बीच गोलियां चलीं. चंदन नामक एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. दो अन्य घायल हो गए. घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.’
बयान में कहा गया है, ‘पुलिस ने मामले के सिलसिले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है… और उनके कब्जे से कुछ हथियार और कारतूस बरामद किए हैं. अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.’
बयान में कहा गया है कि जिले में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. सारण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राज किशोर सिंह ने कहा कि एहतियात के तौर पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति भाजपा के समर्थक हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनमें से एक, रमाकांत सिंह, सारण जिले में निजी शैक्षणिक संस्थानों के मालिक हैं.
बताया गया है कि क्षेत्र में सोमवार दोपहर को उस समय विवाद हुआ था, जब कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों ने मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान करने की कोशिश की. मतदान केंद्र 318 और 319 बड़ा तेलपा गांव के एक स्कूल में स्थित थे. इससे भाजपा और राजद के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हो गई.
झड़प की जानकारी मिलने पर सारण सीट से राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य, जो राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी हैं, उक्त मतदान केंद्र पर पहुंचीं, जहां प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार किया.
इस घटना पर राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य और भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी, जो सारण लोकसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, ने तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
पुलिस ने कहा कि सोमवार को मतदान के दौरान आचार्य के एक बूथ पर जाने के तुरंत बाद भाजपा और राजद के समर्थकों के बीच तनाव हो गया था, जहां उन्हें कथित तौर पर भाजपा समर्थकों द्वारा अपमानित किया गया था.
राजद नेता और पूर्व मंत्री जीतेंद्र राय ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. शिकायत में कहा गया है कि हमला अकारण था, जब लगभग 50 राजद समर्थक एक मतदान केंद्र पर सोमवार की घटना के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए रमाकांत सोलंकी के घर गए थे, जहां आचार्य मौजूद थीं. एफआईआर में सोलंकी और छह अन्य के नाम हैं.
इस बीच रूडी ने कहा, ‘घर पर हमले के बाद आत्मरक्षा में गोलीबारी की गई.’
पटना में घायलों के परिवार से मुलाकात के बाद आचार्य ने कहा, ‘घटना से साबित होता है कि भाजपा नेता डरे हुए हैं. यह लोकतंत्र की हत्या है. मेरी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई और मैं न्याय चाहती हूं.’ उन्होंने कहा, ‘सोमवार को मतदान के दौरान भी मुझ पर जानलेवा हमला हुआ. मैं बस भागने में सफल रही.’
वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि चुनाव में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.