राहुल गांधी और कांग्रेस ने कहा, माफी मांगो. मणिशंकर ने माफी मांगी. मोदी ने चुनावी सभा में जनता से कहा कि यह गुजरात का अपमान है.
नई दिल्ली: एक विवादित टिप्पणी में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच आदमी बताया जो गंदी राजनीति करते हैं. मोदी द्वारा पार्टी पर यह आरोप लगाए जाने के बाद कि वह बीआर आंबेडकर के नाम पर वोट तो मांग रही है लेकिन भारत के निर्माण में उनके योगदान को समाप्त करने का प्रयास कर रही है, अय्यर ने कहा, वे नीच किस्म के आदमी हैं जिन्हें सभ्यता नहीं है.
अय्यर ने प्रधानमंत्री मोदी के संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर के बारे में एक बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है.
इस पर विवाद होने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिशंकर अय्यर से माफी मांगने को कहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गयी टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और वे खुद यह उम्मीद करते हैं कि अय्यर इसके लिए माफी मांगेंगे. कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा, कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी के लिए मणिशंकर अयर सार्वजनिक रूप से मांफी मांगें.
अय्यर के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि मैं नीच जाति से आता हूं, मैं नीच हूं, यह गुजरात का अपमान है. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी कि वे नीच आदमी हैं, पर प्रतिक्रिया जताते हुए जनता से सवाल किया, क्या मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में कोई नीच काम किया है.
मोदी ने एक ट्वीट भी किया, जिसमें लिखा, ‘कांग्रेस के ‘बुद्धिमान’ नेता ने मुझे ‘नीच’ कहा है, जिसपर मुझे कुछ नहीं कहना है. यह कांग्रेस की सोच है. उनके पास उनकी भाषा है और हमारे पास हमारा काम है. लोग उन्हें वोट के जरिये जवाब दे देंगे.
I have nothing to say on a ‘wise’ Congress leader calling me ’Neech'. This is the Congress mindset. They have their language and we have our work. People will answer them through the ballot box. https://t.co/2McoZnaoar pic.twitter.com/icGqAphUzy
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2017
मोदी ने मणिशंकर की उन्हें नीच व्यक्ति कहने वाली टिप्पणी पर कहा, यह मुगल मानसिकता है जो उन लोगों से नफरत करती है जो बेशक अच्छे कपड़े भी पहनें. मोदी ने सूरत में आयोजित एक रैली में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मणिशंकर अय्यर द्वारा उनके बारे में की गई टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करें.
राहुल गांधी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘बीजेपी और पीएम मोदी कांग्रेस पर हमला करने के लिए लगातार गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेस की संस्कृति और विरासत भिन्न है. पीएम के लिए मणिशंकर अय्यर की ओर से इस्तेमाल की गई भाषा और लहजे का मैं समर्थन नहीं करता. कांग्रेस पार्टी और खुद मैं, यह उम्मीद करते हैं कि उन्होंने जो कहा है उसके लिए माफी मांगेंगे.
BJP and PM routinely use filthy language to attack the Congress party. The Congress has a different culture and heritage. I do not appreciate the tone and language used by Mr Mani Shankar Aiyer to address the PM. Both the Congress and I expect him to apologise for what he said.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 7, 2017
बाद में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मणिशंकर अय्यर ने माफी भी मांग ली. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘नीच शब्द की अलग व्याख्या है, मेरा मकसद प्रधानमंत्री की जाति से नहीं था. यदि इसका जातीय मतलब भी है तो मैं माफी मांगता हूं. मैं कांग्रेस का साधारण कार्यकर्ता हूं, मुझे गुजरात में चुनाव में प्रचार के लिए नहीं कहा गया तो मेरे कमेंट पर इस तरह से हंगामा क्यों मचा है.’
'Neech' word can have different interpretations, my intention was never to talk of PM's caste.I apologize if it also has a caste meaning. I am an ordinary worker of Congress,have not even been asked to campaign in Gujarat so why such a uproar over my comment?: Mani Shankar Aiyar pic.twitter.com/7jkFc09AT5
— ANI (@ANI) December 7, 2017
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 साल पहले सोचे गए आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र के उद्घाटन के मौके पर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि आंबेडकर के नाम पर वोट मांगने वाली पार्टियों ने राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया.
मोदी का कहना था, यह आंबेडकर की असाधारण ताकत थी कि उनके निधन के वर्षों बाद ऐसे लोगों द्वारा उनके सिद्धांतों को कुचलने की कोशिशें हुईं, राष्ट्र निर्माण के प्रति उनके योगदान को मिटाने का प्रयास हुआ लेकिन लोगों की स्मृति से उनके आदर्शों को मिटाया नहीं जा सकता.
उन्होंने कहा कि वे यह कहते हुए गलत नहीं होंगे कि उनके योगदान को मिटाने की ऐसी कोशिशें करने वाले परिवार की जगह और ज्यादा लोग आंबेडकर के विचारों से ज्यादा प्रभावित होंगे.
अयर ने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने आंबेडकर की क्षमता को पहचाना. उन्होंने सवाल किया, ऐसे अवसर पर इस तरह की गंदी राजनीति करने की जरूरत क्या है?
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)