नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और बिहार में पिछले 24 घंटों में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए तैनात कम से कम 25 मतदान कर्मियों की गर्मी से संबंधित बीमारियों से मौत हो गई है, अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मालूम हो कि उत्तर भारत का अधिकांश हिस्सा भीषण गर्मी की चपेट में हैं.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को भारत में गर्मी से संबंधित कम से कम 40 संभावित मौतें हुईं, जिनमें से 25 उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की थीं.
शुक्रवार को दर्ज की गई मौतों में सबसे अधिक 17 उत्तर प्रदेश, 14 बिहार, पांच ओडिशा और चार झारखंड से थीं. अधिकारियों ने कहा कि 1,300 से अधिक लोग हीटस्ट्रोक की स्थिति के कारण अस्पतालों में भर्ती हैं.
मालूम हो कि गुरुवार (30 मई) को देशभर में भीषण गर्मी के कारण कम से कम 54 लोगों की मौत दर्ज की गई थी. सबसे ज्यादा बिहार में लू लगने से 32 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से 17 औरंगाबाद में, छह आरा में, तीन-तीन गया और रोहतास में, दो बक्सर में और एक पटना में मौत हुई थी. ओडिशा के राउरकेला में 10 लोगों की मौत हुई थी. झारखंड के पलामू और राजस्थान में पांच-पांच लोगों की मौत हुई थी, जबकि उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि बिहार में गर्मी से संबंधित समस्याओं के कारण 10 मतदान कर्मियों की मौत हो गई, जबकि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में आठ की मौत हो गई.
मिर्जापुर जिला प्रशासन द्वारा जारी एक प्रेस नोट के अनुसार, शुक्रवार को चुनाव के अंतिम चरण के लिए तैनात एक मतदान दल के तीन सदस्यों की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. तीनों की पहचान चकबंदी अधिकारी उमेश श्रीवास्तव, राज्य स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क शिवपूजन श्रीवास्तव और सफाई कर्मचारी रवि प्रकाश के रूप में हुई है.
जिला प्रशासन ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा, लेकिन संदेह है कि क्षेत्र में चल रही भीषण गर्मी के कारण उनकी हालत खराब हुई होगी.
प्रशासन ने बताया कि मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक ने मतदान ड्यूटी पर तैनात पांच होमगार्डों की गर्मी से मौत की सूचना दी है. इन सभी की उम्र 50 वर्ष या उससे अधिक थी. इन पांचों की पहचान गोंडा जिले के बच्चा राम, बस्ती जिले में तैनात 52 वर्षीय सत्य प्रकाश, गोंडा के 50 वर्षीय राम जियावन यादव, प्रयागराज के 55 वर्षीय त्रिभुवन सिंह और कौशांबी के 55 वर्षीय राम करण सिंह के रूप में हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि अचानक तबीयत बिगड़ने पर पांचों को मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि वे रायबरेली और सोनभद्र में मतदानकर्मियों की इसी तरह की मौतों की रिपोर्ट की भी जांच कर रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, रायबरेली में ईवीएम स्ट्रांगरूम की सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी की मौत हो गई. इन मौतों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बिहार में पिछले 24 घंटों में गर्मी से मरने वाले 14 लोगों में 10 मतदान कर्मी शामिल हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है, ‘अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार भीषण गर्मी के कारण कुल 14 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 10 चुनाव कर्मी और चार अन्य लोग शामिल हैं. मृतकों में भोजपुर जिले के पांच चुनाव कर्मी, रोहतास जिले के तीन चुनाव कर्मी, कैमूर जिले के एक चुनाव कर्मी और औरंगाबाद जिले के एक चुनाव कर्मी और 4 अन्य व्यक्ति शामिल हैं.’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी 38 जिलों के जिलाधिकारियों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है, ‘सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चौबीसों घंटे डॉक्टर उपलब्ध रहें और सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पानी उपलब्ध हो.’
राज्य सरकार ने प्रत्येक पीड़ित के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. सासाराम और काराकाट लोकसभा क्षेत्र, जो रोहतास जिले को कवर करते हैं, भोजपुर जिले के आरा निर्वाचन क्षेत्र और बक्सर निर्वाचन क्षेत्र बिहार की उन आठ सीटों में शामिल हैं, जहां 1 मई को मतदान हो रहा है.
हाल के दिनों में बिहार में भीषण गर्मी पड़ रही है और गुरुवार को कई जगहों पर दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. बिहार सरकार ने बुधवार को सभी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 8 जून तक बंद करने का आदेश दिया है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच, ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को लू लगने से अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि की, जबकि 18 अन्य लोगों की जांच चल रही है, जिनके लू लगने से संबंधित बीमारी से जुड़े होने का संदेह है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (झारखंड) के मिशन निदेशक डॉ. आलोक त्रिवेदी ने बताया कि शुक्रवार को झारखंड में लू लगने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पूर्वी राज्य के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी के बीच 1,326 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से अब तक 63 हीटस्ट्रोक के मामलों की पुष्टि हुई है.
उन्होंने बताया कि सभी जिला अस्पतालों और अन्य चिकित्सा सुविधाओं को लू लगने के रोगियों के लिए वातानुकूलित कमरे और खाली बिस्तर अलग रखने को कहा गया है.