नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए लगभग ढाई महीने तक चले अभियान में भारत के चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में प्रचार के लिए रैलियां और बैठकें आयोजित करने के लिए करीब 94,975 आवेदनों को अनुमति दी है.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, सात चरणों के अभियान के दौरान चुनाव आयोग को करीब 1,19,276 आवेदन किए गए और आयोग ने 94,975 रैलियों, जनसभाओं और अन्य प्रकार के प्रचार की अनुमति दी.
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि आवेदनों और दी गई अनुमति की संख्या देश में सबसे अधिक है.
पश्चिम बंगाल राज्य से 42 लोकसभा सांसद चुने जाते हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में राज्य 80 और महाराष्ट्र 48 सांसद लोकसभा के लिए चुनते हैं.
चुनाव आयोग के पोर्टल के आंकड़ों से पता चलता है कि उत्तर 24 परगना में करीब 10,245 अनुमतियां दी गईं, जहां दो लोकसभा सीटों – बशीरहाट और बारासात में अंतिम चरण में मतदान हुआ है.
हेलीकॉप्टर का उपयोग
अभियान से एक और दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है कि हेलीकॉप्टर और हेलीपैड के उपयोग के लिए चुनाव आयोग को कितने आवेदन मिले हैं. 890 आवेदनों में से चुनाव आयोग ने 669 मामलों में हेलीकॉप्टर के उपयोग की अनुमति दी है.
तृणमूल कांग्रेस को 521 अनुमतियां मिली हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी 124 मौकों पर हेलीकॉप्टर का उपयोग करने में सफल रही है.
चुनाव आयोग ने सात चरणों के अभियान में 440 करोड़ रुपये की नकदी, शराब, ड्रग्स, कीमती धातु और मुफ्त सामान जब्त किए हैं. अभियान के दौरान 110 करोड़ रुपये की शराब, 91 करोड़ रुपये की मुफ्त सामान और 34 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई. अभियान के दौरान लगभग 852 किलोग्राम विस्फोटक, 1605 कच्चे बम और 707 हथियार भी जब्त किए गए.
सी-विजिल ऐप के माध्यम से दर्ज शिकायतों की स्थिति में 40,806 शिकायतें प्राप्त हुईं, 36,295 में कार्रवाई की गई, 4,443 शिकायतों को खारिज किया गया और 68 लंबित हैं.