संविधान बदलने की मांग करने वाले भाजपा नेताओं को मिला झटका

लल्लू सिंह और ज्योति मिर्धा जैसे नेता, जो संविधान बदलने की मांग करते थे, वे अपनी-अपनी सीटों से हार गए हैं.

भारतीय संविधान की प्रस्तावना. (फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स)

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान संविधान बदलने की बात करने वाले भाजपा उम्मीदवार अपनी सीट हार गए हैं.

उत्तर प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद और भाजपा उम्मीदवार लल्लू सिंह ने संविधान बदलने के लिए वोट मांगते हुए कहा था, ‘सरकार तो 272 सीटों पर ही बन जाती हैं, लेकिन संविधान बदलने या संशोधन करने के लिए दो-तिहाई सीटों की जरूरत होती है.’

फैजाबाद (अयोध्या) से दो बार के सांसद लल्लू सिंह ने 54567 वोटों से अपनी सीट गंवा दी है. समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने राम मंदिर वाले लोकसभा में जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया है. प्रसाद अयोध्या के ही रहने वाले हैं. नौ बार के विधायक अवधेश प्रसाद दलित समुदाय से आते हैं लेकिन उन्हें कभी भी दलित नेता कहलाना पसंद नहीं रहा. वे हमेशा सभी जातियों और समुदायों के नेता के रूप में पहचाने जाना चाहते थे. सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे प्रसाद लंबे समय से संगठन का काम देखते रहे हैं.

तस्वीर साभारः चुनाव आयोग

राजस्थान

राजस्थान के नागौर से भाजपा उम्मीदवार ज्योति मिर्धा ने एक चुनावी सभा में कहा था, ‘देश के हित में कई कठोर निर्णय लेने होते हैं. उनके लिए हमें कई संवैधानिक बदलाव करने पड़ते हैं.’ मिर्धा का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.

नागौर से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल की जीत हुई है. संविधान बदलने की बात करने वाली ज्योति मिर्धा हार गई हैं. बेनीवाल ने मिर्धा को 42225 वोटों से हराया है.

तस्वीर साभारः चुनाव आयोग

‘इंडिया’ ने संविधान को बनाया था अपने चुनावी अभियान का मुद्दा

इंडिया गठबंधन ने 2024 के आम चुनाव में संविधान बचाओ का नारा दिया था. भाजपा नेताओं के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने लगातार यह प्रचारित किया कि भाजपा 400 पार का नारा संविधान को बदलने के लिए दे रही है. इंडिया और उसके घटक दलों ने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान बदलकर दलितों-पिछड़ों का आरक्षण खत्म करना चाहती है.