दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि अस्पताल को पहले भी तीन मामलों में नोटिस जारी किया गया था.
राजधानी दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने रद्द कर दिया गया है. कुछ दिन पहले अस्पताल ने एक डिलीवरी के दौरान पैदा हुए जीवित बच्चे को मृत बता दिया था.
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इस मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद यह कड़ा फैसला लिया है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अस्पताल द्वारा नवजात को मृत बताए जाने की घटना को एकदम स्वीकारा नहीं जा सकता है, इसलिए अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया जा रहा है.
टाइम्स आॅफ इंडिया के अनुसार, सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘मैक्स अस्पताल सामान्य तौर पर दोषी है. समाज के कमज़ोर कोटा से आने वाले मरीज़ों के तीन मामलों में अस्पताल को पहले भी नोटिस जारी किया गया था और इन मामले में अस्पताल दोषी भी पाया गया था.’
बता दें कि आशीष कुमार ने अपनी पत्नी वर्षा को 28 नवंबर को शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया था.
पूर्व प्रसव की संभावना को देखते हुए पश्चिम विहार के एक नर्सिंग होम ने वर्षा को मैक्स अस्पताल में रेफर किया गया था. उन्हें जुड़वां बच्चे होने वाले थे.
मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उसकी हालत गंभीर है और जुड़वां शिशुओं के बचने के आसार कम हैं, क्योंकि महिला छह महीने की गर्भवती थीं.
बाद में, परिवार को सूचित किया गया कि दोनों शिशु मृत हैं. परिवार को दोनों शिशु एक पॉलीथिन बैग में सौंप दिए गए.
शिशुओं के पिता आशीष कुमार ने कहा कि उन्होंने पैकेट में हलचल देखी. जब पैकेट फाड़ा गया तो देखा कि एक शिशु सांस ले रहा है. उसे तुरंत ही पीतमपुरा में एक नर्सिंग होम ले जाया गया.