नई दिल्ली: लोकसभा की 543 सीटों के लिए इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए मतदान के नतीजे चार जून को आए हैं. इसके बाद चुनाव आयोग ने सात चरणों वाले में हुए आम चुनावों के लिए हुए मतदान का डेटा जारी किया है.
आयोग के आंकड़ों से पता चला है कि पिछले 2019 आम चुनावों के मुकाबले इस बार थर्ड जेंडर की मतदान में भागीदारी ज्यादा रही है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में थर्ड जेंडर मतदाताओं का मतदान, 25 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले चुनाव में यह 14.58 प्रतिशत था. चुनाव आयोग द्वारा जारी डेटा के अनुसार, 13 मई को हुए चौथे चरण में थर्ड जेंडर का सबसे अधिक 34.23 फीसदी मतदान प्रतिशत रहा.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को थर्ड जेंडर मतदाताओं का मतदान 31.32 प्रतिशत था, वहीं 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 23.86 प्रतिशत, 7 मई को तीसरे चरण में 25.2 प्रतिशत, 13 मई को चौथे चरण में 34.23 प्रतिशत, 20 मई को पांचवें चरण में 21.96 प्रतिशत और 25 मई को छठे चरण में 18.67 प्रतिशत मतदान हुआ.
1 जून को हुए अंतिम और सातवें चरण के मतदान में 22.33 प्रतिशत थर्ड जेंडर मतदाताओं ने मतदान किया.
मालूम हो कि साल 2011 की जनगणना के अनुसार, देश में 4,87,803 ट्रांसजेंडर हैं.
गौरतलब है कि18वीं लोकसभा में 240 सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन वो बहुमत 272 के आंकड़े को नहीं छू सकी. वहीं 99 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि समाजवादी पार्टी 37 सीटों पर विजयी हुई है.
गठबंधन की बात करें, तो भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 292 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले ‘इंडिया’ गठबंधन को 232 सीटों पर जीत मिली है.